West Bengal: शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी की तीसरी बड़ी गिरफ्तारी, टीएमसी विधायक माणिक को किया अरेस्ट

पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी ने मंगलवार को इस मामले में तीसरी बड़ी गिरफ्तारी की है। जांच एजेंसी ने सत्तारूढ़ टीएमसी के विधायक माणिक भट्टाचार्य को गिरफ्तार किया है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2022-10-11 10:40 GMT

टीएमसी विधायक माणिक को किया अरेस्ट

West Bengal: पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले (West Bengal Teacher Recruitment Scam) की जांच सुस्त नहीं पड़ी रही है। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने मंगलवार को इस मामले में तीसरी बड़ी गिरफ्तारी की है। जांच एजेंसी ने सत्तारूढ़ टीएमसी के विधायक माणिक भट्टाचार्य (TMC MLA Manik Bhattacharya) को गिरफ्तार किया है। पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी (Former Minister Partha Chatterjee) और अर्पिता घोष के बाद ये तीसरी गिरफ्तारी है। माणिक भट्टाचार्य घोटाले के दौरान शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष हुआ करते थे। इसलिए माना जा रहा था कि देर-सवेर वो भी ईडी की कार्रवाई के जद में जरूर आएंगे।

तृणमुल विधायक की गिरफ्तारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। विपक्षी बीजेपी लगातार शिक्षक भर्ती घोटाला समेत अन्य घोटालों को लेकर ममता सरकार पर हमलावर हैं। खूद सीएम ममता बनर्जी के बेटे अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी एवं साली कोयला तस्करी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में ईडी के रडार पर हैं।

सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत काम न आई

शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रही सीबीआई जब विधायक माणिक भट्टाचार्य को गिरफ्तार करने वाली थी, तब भट्टाचार्य इससे बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट चले गए थे। 29 सितंबर को शीर्ष अदालत ने गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने अगले आदेश तक सीबीआई को उन्हें गिरफ्तार नहीं करने के लिए कहा था।

नदिया जिले की पलाशीपारा सीट से टीएमसी विधायक माणिक भट्टाचार्य को इसी साल जून 2022 में शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में कलकत्ता हाईकोर्ट ने शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटा दिया था और मामले की सीबीआई जांच कराने का आदेश दिया था।

पार्थ – अर्पिता अब भी जेल में

पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले के सबसे अहम किरदार पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी महिला करीबी अर्पिता घोष पिछले 79 दिनों से जेल में हैं। ईडी ने 23 जुलाई को घोटाले के दौरान राज्य के शिक्षा मंत्री रहे पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता को अरेस्ट किया था। जांच एजेंसी ने अर्पिता के विभिन्न ठिकानों से 49 करोड़ रूपये नकद और गोल्ड बरामद किए थे। ईडी के मुताबिक, घोटाला 100 करोड़ रूपये का है। 

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