बंगाल हिंसा पर गृह मंत्रालय का तगड़ा एक्शन, सस्पेंड और गिरफ्तारी जारी
पश्चिम बंगाल में हिंसा की घटनाओं की जांच-पड़ताल के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया है।
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की प्रचंड जीत के बाद हुई हिंसा की घटनाओं को लेकर सियासी माहौल गरमाया हुआ है। इस बीच गृह मंत्रालय के चार सदस्यीय टीम भी हालात का आंकलन करने के लिए पश्चिम बंगाल पहुंच गई है।
गृह मंत्रालय की टीम ने हिंसा प्रभावित जिलों का दौरा करके हालात का जायजा लिया है। हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा करने के बाद गृह मंत्रालय की टीम ने कोलकाता स्थित राजभवन में राज्यपाल जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात कर उनसे हालात पर चर्चा की।
इस बीच केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरन के काफिले पर गुरुवार को हुए हमले के सिलसिले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि तीन पुलिस अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है। मुरलीधरन ने पश्चिम मिदनापुर में हुए इस हमले के लिए टीएमसी पर आरोप लगाया था।
टीम ने की प्रभावित परिवारों से मुलाकात
पश्चिम बंगाल में हिंसा की घटनाओं की जांच-पड़ताल के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। इस टीम ने गुरुवार को विभिन्न जिलों का दौरा कर के मामलों की जांच पड़ताल की।
सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय की टीम ने दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना के कई इलाकों का दौरा किया और लोगों से बातचीत कर जमीनी हकीकत जानने की कोशिश की। टीम के सदस्यों ने हिंसा से प्रभावित परिवारों से भी मुलाकात की और उनसे घटनाओं की जानकारी ली।
राज्यपाल से मिले गृह मंत्रालय के अफसर
टीम के सदस्यों ने दक्षिण 24 परगना के सोनारपुर में हिंसा में मारे गए हरण अधिकारी के परिवार से मुलाकात की और पूरी घटना के बारे में जानकारी हासिल की। हिंसा की घटनाओं की मौके पर जांच पड़ताल के बाद गृह मंत्रालय की टीम के सदस्यों ने आज राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की।
इससे पहले टीम के सदस्यों ने राज्य सचिवालय का भी दौरा किया था और मुख्य सचिव, गृह सचिव तथा राज्य के पुलिस महानिदेशक से मुलाकात कर हिंसा की घटनाओं पर चर्चा की थी।
हिंसा की घटनाओं में 16 लोगों की मौत
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को इस बार प्रचंड जीत हासिल हुई है और पार्टी ने 213 विधानसभा सीटों पर कब्जा जमा लिया है जबकि भाजपा 77 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब हुई है। तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों से हिंसा की खबरें आई थीं जिनमें 16 लोगों के मारे जाने की खबर है।
भाजपा ने आरोप लगाया है कि टीएमसी समर्थित गुंडों ने पार्टी के कई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी है। इसके साथ ही महिला सदस्यों पर भी हमला किया गया है और घरों में तोड़फोड़ के साथ दुकानों में लूटपाट की घटनाओं को भी अंजाम दिया गया।
इस बीच पश्चिम मिदनापुर के एसपी दिनेश कुमार ने बताया कि केंद्रीय मंत्री मुरलीधरन की कार पर हमले के सिलसिले में अभी तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इस मामले में तीन पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया गया है। मुरलीधरन ने ट्विटर पर आरोप लगाया था कि उनके काफिले पर हमले में टीएमसी के गुंडों का हाथ है।
मंत्री ने हमले में टीएमसी का हाथ बताया
मुरलीधरन के मुताबिक वे पश्चिमी मिदनापुर में पार्टी के उन कार्यकर्ताओं से मिलने गए थे जिन पर हमला किया गया है और जिनके घरों में तोड़फोड़ की गई है। उनका कहना है कि मैं अपने काफिले के साथ जब इस सिलसिले में पश्चिम मिदनापुर पहुंचा तभी उग्र लोगों के एक समूह ने हमारे काफिले पर हमला कर दिया।
हालांकि इस हमले में मुरलीधरन को कोई चोट नहीं आई है मगर उनका कार चालक जख्मी हुआ है और कई कारों के खिड़कियां टूट गईं। मंत्री के साथ मौजूद भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राहुल सिन्हा ने दावा किया कि पुलिसकर्मियों की मौजूदगी के बावजूद यह हमला किया गया।