Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता कांड में CBI ने दर्ज किए 10 लोगों के बयान, रडार पर 30 से 35 लोग, संदेह में....

Kolkata Doctor Rape Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर मामले की जांच सीबीआई कर रही है। सीबीआई मामले की जांच बड़े षडयत्रं के नजरिए से कर रही है।

Written By :  Durgesh Sharma
Update:2024-08-16 23:01 IST

Kolkata Doctor Rape Murder Case (Pic: Social Media)

Kolkata Doctor Rape Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर मामले की जांच सीबीआई कर रही है। सीबीआई मामले की जांच बड़े षडयत्रं के नजरिए से कर रही है। बीते 3 दिन में केंद्रीय जांच एजेंसी ने 10 से अधिक लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। जिसमें पीड़ित परिवार के लोग भी शामिल है। सूत्रों के अनुसार, सीबीआई को अलग-अलग तरीके से लीड मिली है। जहां एजेंसी ने करीब 30 से 35 लोगों की एक सूची बकायदा तैयार की है। इस लिस्ट मृतका के कुछ दोस्त भी शामिल हैं। ये वो दोस्त हैं, जिनके नाम पीड़ित परिवार द्वारा CBI को बताया गया हैं।

इनसे चल रहा सवाल-जवाब

केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के कुछ डॉक्टर और छात्रों को समन जारी कर रही है। एजेंसी के निशाने पर हॉस्पिटल के कुछ सुरक्षा कर्मी और कोलकाता पुलिस के कर्मचारी भी हैं। सीबीआई के अधिकारियों को पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के बारे में भी कुछ सूचना मिली है। जो जांच में कारगर साबित हो सकती है। अभी तक की जारी जांच के अनुसार ही संदीप घोष से सवाल-जवाब किए जा रहे हैं। आज यानी शुक्रवार को हॉस्पिटल पहुंची जांच एजेंसी की टीम अपने साथ 3D स्कैनर लेकर आई थी। जहां टीम ने घटनास्थल की एक बार फिर मैपिंग की। आपको बता दें, कि करीब दोपहर 2:30 बजे के आस पास सीबीआई की टीम अस्पताल पहुंची थी।

लोगों का गुस्सा पूरी तरह से जायज – टीएमसी नेता

इस मामले में तृण मूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा कि मामले को लेकर जनाक्रोश पूरी तरह सही है, लेकिन यह भी जरूरी है कि मामला सीबीआई को सौंपे जाने पर इसे गुपचुप तरीके से दबाया नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिला डॉक्टर से रेप और हत्या से ज्यादा क्रूर और जघन्य अपराध की कल्पना करना मुश्किल है। लोगों का गुस्सा पूरी तरह से जायज है। पीड़ित परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। उन्होंने कहा कि सीबीआई को जांच के बारे में रोजाना जानकारी देनी चाहिए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस को जांच के लिए 17 अगस्त तक का समय दिया था। सीबीआई पर भी यही चीज लागू होनी चाहिए। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। न्याय तभी होगा जब सीबीआई इस मामले में शामिल सभी आरोपियों को पकड़े और कोर्ट में मुकदमा चले।

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