Kolkata Municipal Corporation Election: अब नगर निगम चुनाव में ताकत दिखाने में जुटीं ममता, भाजपा के खिलाफ टीएमसी का नया मिशन
Kolkata Municipal Corporation Election: कोलकाता नगर निगम का चुनाव 19 दिसंबर को होने वाला है। निगम की 144 सीटों पर जीत हासिल करने के लिए टीएमसी ने पूरी ताकत झोंक दी है।
Kolkata Municipal Corporation Election: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा को शिकस्त देने के बाद अब ममता की अगुवाई में तृणमूल कांग्रेस एक और सियासी जंग में भाजपा (TMC vs BJP) को पटखनी देने की तैयारी में जुट गई है। इस साल दोनों दलों के बीच दूसरी बड़ी सियासी जंग कोलकाता नगर निगम के चुनावों में दिखेगी। कोलकाता नगर निगम का चुनाव (Kolkata Nagar Nigam Election) 19 दिसंबर को होने वाला है। निगम की 144 सीटों पर जीत हासिल करने के लिए टीएमसी ने पूरी ताकत झोंक दी है। टीएमसी की ओर से उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी गई है। टीएमसी ने राज्य के परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम समय छह विधायकों और एक सांसद को भी चुनावी समर में उतार दिया है।
वाममोर्चा ने भी कोलकाता नगर निगम के लिए 120 प्रत्याशियों (kolkata municipal corporation election candidates) की सूची जारी कर दी है। वाम मोर्चा का कहना है कि 15-16 वार्ड में प्रत्याशी नहीं उतारा जाएगा और इन वार्डों में कांग्रेस और पीरजादा अब्बास सिद्दीकी के इंडियन सेकुलर फ्रंट के उम्मीदवारों का समर्थन किया जाएगा। दूसरी ओर भाजपा कोलकाता नगर निगम चुनाव की घोषणा के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंच गई है। पार्टी का कहना है कि सभी नगर निगमों के चुनाव एक साथ कराए जाने की उसकी याचिका पर सुनवाई चल रही है। ऐसे में सिर्फ कोलकाता नगर निगम के चुनाव की घोषणा नहीं की जा सकती।
पुराना प्रदर्शन दोहराने का इरादा
कोलकाता नगर निगम के पिछले चुनाव में टीएमसी ने 144 में से 126 सीटों पर कब्जा किया था। विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत के बाद पार्टी एक बार फिर अपने उसी प्रदर्शन को दोहराना चाहती है। इसके लिए पार्टी की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास पर हुई उच्चस्तरीय बैठक में उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दिया गया। इस बैठक में ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं समेत प्रशांत किशोर भी मौजूद थे।
बैठक के बाद लोकसभा में टीएमसी के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय (Sudip Bandyopadhyay) ने बताया कि पिछले बार चुनाव जीतने वाले 126 में से 87 पार्षदों को दोबारा चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि जिन 39 लोगों को टिकट नहीं मिल सका है, उन्हें संगठन में जिम्मेदारी देने का फैसला किया गया है।
चुनाव में बड़े चेहरों को उतारने की तैयारी
टीएमसी का एक बड़ा फैसला चुनाव में 45 फ़ीसदी महिला उम्मीदवारों को उतारने का है। इसके जरिए पार्टी महिलाओं का बड़ा समर्थन हासिल करने की कोशिश में जुटी हुई है। टीएमसी की ओर से 23 अल्पसंख्यक और 19 दलित उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारने की घोषणा की गई है। टीएमसी उम्मीदवारों में एक चौंकाने वाला नाम लोकसभा सांसद माला रॉय का भी है। वे कालीघाट इलाके से पार्षद रह चुकी हैं और इस इलाके में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का आवास भी है। माला रॉय के अलावा परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम और छह विधायकों को भी चुनावी समर में उतारने का फैसला किया गया है। इससे समझा जा सकता है कि टीएमसी कोलकाता नगर निगम के चुनाव को कितना महत्व दे रही है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा की 294 सीटों पर हुए चुनाव में भारी जीत मिलने के बाद टीएमसी का आत्मविश्वास काफी बढ़ा हुआ है। पार्टी ने विधानसभा चुनाव की तरह ही कोलकाता नगर निगम चुनाव में भी पूरी ताकत झोंक दी है। सुदीप बंद्योपाध्याय का कहना है कि पार्टी की ओर से समाज के सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व दिया गया है और हमें उम्मीद है कि पार्टी को सभी वर्गों का समर्थन मिलेगा।
120 सीटों पर चुनाव लड़ेगा वाममोर्चा
दूसरी और वाममोर्चा ने कोलकाता नगर निगम के 120 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। मोर्चा का कहना है कि अन्य वार्डों में कांग्रेसी व फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी के इंडियन सेकुलर फ्रंट को समर्थन दिया जाएगा। वामदलों का कहना है कि वे भाजपा और टीएमसी दोनों के खिलाफ लड़ाई लड़ना चाहते हैं। इसके साथ ही वामदलों ने निष्पक्ष चुनाव कराने की भी मांग की। वाम दलों की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि निष्पक्ष चुनाव में ही लोग बिना डरे हुए अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
चुनाव के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंची भाजपा
इस बीच भाजपा ने कोलकाता नगर निगम के चुनाव की घोषणा पर आपत्ति जताई है। पार्टी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय से कहा है कि सभी नगर निगमों के चुनाव एक साथ कराने की उसकी याचिका पर भी सुनवाई चल रही है। ऐसे में सिर्फ कोलकाता नगर निगम के चुनावों की घोषणा कैसे की जा सकती है।
कलकत्ता न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव और न्यायमूर्ति आर भारद्वाज की खंडपीठ ने याचिकाकर्ता और राज्य भाजपा के उपाध्यक्ष प्रताप बनर्जी के वकील को अपनी शिकायत के संबंध में हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है। इस मामले में अगली सुनवाई सोमवार को होगी। अब हर किसी की नजर कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर टिकी है।