पश्चिम बंगाल में फिर दीदी का जादू, बहुमत के आंकड़े से काफी आगे निकली TMC
भाजपा की ओर से पूरी ताकत लगाए जाने के बावजूद पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस हैट्रिक लगाती दिख रही है।
नई दिल्ली: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा दिलचस्पी पश्चिम बंगाल में हुए चुनाव नतीजों को लेकर है। इसका कारण यह है कि भारतीय जनता पार्टी ने बंगाल की चुनावी जंग को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना रखा था और पार्टी ने यहां पूरी ताकत झोंक रखी थी।
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर चुनाव प्रचार के मुद्दे पर पार्टी को व्यापक आलोचना भी झेलनी पड़ी थी। भाजपा की ओर से पूरी ताकत लगाए जाने के बावजूद पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस हैट्रिक लगाती दिख रही है।
टीएमसी में लोगों का भरोसा बरकरार
चुनावी रुझानों से साफ है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई में पार्टी एक बार फिर राज्य में सरकार बनाने की ओर अग्रसर है। राज्य में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 148 सीटों का है और पार्टी करीब 190 से अधिक सीटों पर आगे चल रही है जबकि भाजपा 100 सीटों के आसपास ही जूझ रही है। शुरुआती रुझानों से साफ है कि राज्य के लोगों का टीएमसी में भरोसा अभी भी बरकरार है।
नंदीग्राम को लेकर अलग-अलग दावे
हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शुरुआती रुझानों में नंदीग्राम में अपने प्रतिद्वंद्वी शुभेंदु अधिकारी से करीब साढ़े आठ हजार वोटों से पीछे चल रही हैं। भाजपा नेताओं ने नंदीग्राम में विजय हासिल करने का दावा किया है। दूसरी ओर टीएमसी नेताओं का कहना है कि जल्द ही ममता बनर्जी नंदीग्राम में भाजपा उम्मीदवार से आगे निकल जाएंगी।
टीएमसी ने बनाई निर्णायक बढ़त
मतगणना शुरू होने के बाद राज्य के शुरुआती रुझान में भाजपा और टीएमसी के बीच कड़ी टक्कर दिख रही थी। हालांकि करीब दो घंटे की मतगणना के बाद टीएमसी ने भाजपा पर मजबूत बढ़त बना ली। शुरुआत में तो लग रहा था कि भाजपा और टीएमसी के बीच इतना कड़ा मुकाबला होगा कि दोनों के बीच सीटों का ज्यादा फासला नहीं होगा मगर धीरे-धीरे टीएमसी ने अपनी पकड़ साबित करते हुए भाजपा को काफी पीछे छोड़ दिया।
भाजपा नेताओं को अभी भी जीत का भरोसा
दूसरी ओर भाजपा के नेता अभी भी अभी अपनी हार मानने को तैयार नहीं है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल के चुनाव प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय का दावा है कि हमें अंतिम नतीजे का इंतजार करना चाहिए और भाजपा राज्य में सरकार बनाने में निश्चित रूप से कामयाब होगी। उन्होंने कहा कि कई सीटों पर बढ़त का मार्जिन काफी कम है और भाजपा ऐसी सीटों में जीतने में निश्चित रूप से कामयाब होगी।
चुनावी रुझान पर प्रतिक्रिया जताते हुए पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष का कहना है कि यह शुरुआती आंकड़ा है और जब तक आधे से अधिक वोटों की गिनती नहीं हो जाती तब तक निश्चित रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता। उन्होंने कहा कि हमें अभी भी भाजपा के विजय हासिल करने की पूरी उम्मीद है।
स्थिति में फेरबदल के आसार नहीं
वैसे राजनीतिक जानकारों का मानना है कि टीएमसी और भाजपा के बीच गैप इतना बढ़ चुका है कि अब भाजपा के सत्ता में आने के आसार नहीं दिख रहे। जानकारों के मुताबिक बंगाल के चुनावी रुझान से साफ हो गया है कि स्थिति में अब बहुत ज्यादा फेरबदल की संभावना नहीं रह गई है और टीएमसी भाजपा से काफी आगे निकलती दिख रही है।
इस सीट पर टिकी है हर किसी की नजर
अब हर किसी की दिलचस्पी नंदीग्राम के चुनाव संग्राम पर है। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में नंदीग्राम को सबसे ज्यादा हॉट सीट माना जा रहा है क्योंकि इस सीट से किस्मत आजमाने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद उतरी हैं। दीदी राज्य के विभिन्न चुनाव क्षेत्रों में तो अपनी पार्टी को बढ़त दिलाने में कामयाब रही हैं मगर वे खुद नंदीग्राम में पिछड़ती दिख रही हैं। यही कारण है कि हर किसी की नजर नंदीग्राम के अंतिम चुनावी नतीजे पर टिकी है।