West Bengal: यूपी के तीन साधुओं को बंगाल में भीड़ ने बेरहमी पीटा, BJP ने ममता सरकार पर बोला हमला

West Bengal: पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में तीन साधुओं को पीटे जाने का मामला सामने आया है। घटना गुरुवार 11 जनवरी की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, यूपी के रहने वाले तीनों साधु मकर संक्रांति के लिए गंगासागर जा रहे थे।

Update: 2024-01-13 04:35 GMT

भीड़ ने साधुओं को बेरहमी से पीटा (सोशल मीडिया)

West Bengal: उत्तर प्रदेश से पश्चिम बंगाल के गंगासागर मेले के लिए जा रहे ही तीन साधुओं की पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में भीड़ ने बेहरमी से पिटाई कर दी है। ये खौफनाक घटना गुरुवार 12 जनवरी की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, यूपी के रहने वाले तीनों साधु मकर संक्रांति के लिए गंगासागर जा रहे थे। भीड़ द्वारा की गई साधुओं की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मामले पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर निशाना साधा है।

पुलिस ने साधुओं की बचायी जान 

पुलिस के मुताबिक यूपी के तीन साधुओं, एक व्यक्ति और उसके दो बेटों ने मकर संक्रांति के त्योहार पर गंगासागर एक किराए के वाहन से जा रहे थे। इस दौरान वह रास्ता भटक गए। उन्होने पुरुलिया जिले में तीन लड़कियों से रास्ते के बारे में पूछा, इसके बाद लड़कियां मौके से चिल्लाते हुए भाग गयीं। लड़कियों के चिल्लाने की आवाज सुनकर मौके पर भीड़ जमा हो गई। भीड़ ने साधुओं को घेर लिया और जमकर पिटाई कर दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और साधुओं की जान बचायी। .

भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, कि पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में पालघर जैसी लिंचिंग हुई है। साधु मकर संक्रांति पर्व के लिए गंगासागर जा रहे थे। अपराधियों ने उनके कपड़े फाड़े और पीटा। पीटने वाले सत्ताधारी टीएमसी से जुड़े हैं। ममता बनर्जी की सरकार में शाहजहां शेख जैसे आतंकी को सुरक्षा और साधुओं को पीटा जा रहा है। ममता बनर्जी की गहरी चुप्पी शर्मशार करने वाली। क्या ये साधु आपकी मान्यता के योग्य नहीं हैं? पश्चिम बंगाल में हिंदू होना अपराध है। 

 भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने घटना को पालघर पार्ट-2 करार दिया। उन्होंने कहा कि टीएमसी के गुंडों द्वारा उत्तर प्रदेश के साधुओं को बुरी तरह पीटा गया। उन्होने कहा पश्चिम बंगाल में टीएमसी के राज में शाहजहां को संरक्षण मिलता है जबकि साधुओं को हिंसा का सामना करना पड़ता है। क्या हिंदू होना गुनाह है? 


Tags:    

Similar News