West Bengal Byelection 2022: उपचुनाव को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, CAPF की पांच अतिरिक्त कंपनी तैनात
West Bengal Byelection 2022: पश्चिम बंगाल में 12 अप्रैल को आसनसोल लोकसभा सीट और बालीगंज विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है। जिसके लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
West Bengal Byelection 2022: राजनीतिक हिंसा के लिए कुख्यात रहे पश्चिम बंगाल (West Bengal) में कल यानि 12 अप्रैल को एक लोकसभा सीट और एक विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है। आसनसोल लोकसभा सीट (Asansol Lok Sabha Seat) और बालीगंज विधानसभा सीट (Ballygunge Assembly Seat) के लिए चुनाव प्रचार (Election Campaign) रविवार को समाप्त हो चुका है।
बंगाल में चुनाव के दौरान होने वाली हिंसा को देखते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग (Election Commission) ने इन सीटों पर सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए हैं। दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में पहले सुरक्षाबलों की 133 कंपनी तैनात की जानी थी लेकिन सोमवार को पांच और कंपनी भेजी गई है। इस प्रकार कुल 138 सुरक्षाबलों की कंपनियां दोनों चुनावी क्षेत्रों में मतदान के दौरान तैनात होंगी।
जानकारी के अनुसार, बालीगंज विधानसभा क्षेत्र के 100 फीसदी मतदान केंद्रों और आसनसोल लोकसभा क्षेत्र के 51 फीसदी मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग होगी। आसनसोल के 2012 मतदान केद्रों में से कुल 680 और बालीगंज के सभी 300 मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है।
आसनसोल लोकसभा उपचुनाव
आसनसोल लोकसभा सीट को पश्चिम बंगाल में बीजेपी के गढ़ के तौर पर देखा जाता रहा है। 2014 और 2019 के आम चुनाव में बीजेपी ने यहां जीत दर्ज की थी। गायक से अभिनेता बने बाबूल सुप्रियो ने इस सीट पर पहली बार कमल खिलाया था। वे मोदी सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। बाद में बीजेपी आलाकमान से मनमुटाव होने के कारण उन्होंने पार्टी छोड़ दी और तृणमुल कांग्रेस ज्वाइन कर लिया।
बाबूल ने लोकसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया, जिसके कारण इस सीट पर उपचुनाव करवाया जा रहा है। टीएमसी ने इस सीट से जहां पूर्व भाजपाई और बिहारी बाबू के नाम से मशहूर फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा को मैदान में उतारा है। वहीं बीजेपी ने अपनी ये सीट बचाने का जिम्मा आसनसोल की ही एक सीट से विधायक अग्निमित्रा पॉल को दी है।
बालीगंज विधानसभा उपचुनाव
पूर्व मंत्री और टीएमसी नेता सुब्रत मुखर्जी के निधन के कारण खाली हुई बालीगंज विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में सत्ताधारी टीएमसी ने पूर्व भाजपा नेता बाबूल सुप्रियो को मैदान में उतारा है। बता दें कि बाबूल सुप्रियो बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान भी बीजेपी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़े थे। वे कोलकाता की डॉलीगंज विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी थे।
केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद उन्हें इस चुनाव में कड़ी हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद केंद्रीय कैबिनेट से उनकी छुट्टी की पटकथा लिख चुकी थी। बाबूल सुप्रियो को इस सीट पर बीजेपी और सीपीएम से कड़ी टक्कर मिल रही है। देखना दिलचस्प होगा कि क्या इसबार वो विधानसभा पहुंच पाते हैं या नहीं।
बता दें कि आसनसोल लोकसभा और बालीगंज विधानसभा उपचुनाव के लिए कल यानि 12 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे, वहीं वोटों की गिनती 16 अप्रैल को होगी।
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