अब गोत्र तक पहुंची बंगाल की सियासी जंग, ममता का बड़ा सियासी दांव
पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण के मतदान से पहले भाजपा और टीएमसी के बीच कड़ी सियासी जंग अब गोत्र तक पहुंच गई है।
अंशुमान तिवारी
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण के मतदान से पहले भाजपा और टीएमसी के बीच कड़ी सियासी जंग अब गोत्र तक पहुंच गई है।नंदीग्राम में चुनावी शोर थमने से पहले ममता बनर्जी ने भाजपा को जवाब देने के लिए गोत्र कार्ड खेला है।
उन्होंने मतदाताओं से कहा कि मंदिरों में दर्शन के दौरान जब पुजारियों ने मुझसे गोत्र पूछा तो मैंने अपना गोत्र मां माटी और मानुष बताया था लेकिन आज मैं सभी के सामने खुलासा कर रही हूं कि मेरा असली गोत्र शांडिल्य है।
कड़े मुकाबले में फंसी हैं ममता
सियासी जानकारों का मानना है कि अपने लंबे सियासी जीवन में इस बार ममता बनर्जी को बंगाल के अन्य इलाकों में ही नहीं बल्कि अपने चुनाव क्षेत्र यानी नंदीग्राम में भी कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ रहा है।
भाजपा के शुभेंदु अधिकारी को जवाब देने और हिंदू मतों की गोलबंदी रोकने के लिए चुनाव प्रचार के आखिरी दिन उन्होंने गोत्र कार्ड खेला। हालांकि ममता की ओर से गोत्र कार्ड चले जाने पर भाजपा ने पलटवार किया है।
नंदीग्राम में खेला गोत्र कार्ड
नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन ममता बनर्जी ने कहा कि जब मैं एक मंदिर का दर्शन करने गई तो पुजारी ने मेरे गोत्र के बारे में जानकारी मांगी। इस पर मैंने पुजारी को जवाब दिया कि मेरा गोत्र मां, माटी और मानुष है।
एक दूसरी घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि त्रिपुरा के त्रिपुरेश्वरी मंदिर में भी पुजारी ने मुझसे गोत्र पूछा था तो मैंने मां, माटी और मानुष ही बताया था। लेकिन आज मैं आप सभी लोगों के बीच यह बताना चाहती हूं कि मेरा असली गोत्र शांडिल्य है।
भाजपा पर ही लगाया आरोप
भाजपा की तगड़ी घेरेबंदी से परेशान ममता बनर्जी नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन काफी हमलावर मुद्रा में दिखीं। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ता की मां शोभा मजूमदार की मौत का आरोप भी भाजपा पर ही मढ़ दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के लोग अपनी पार्टी की एक और महिला की हत्या की साजिश रच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने यूपी और बिहार से गुंडे बुला रखे हैं और ये लोग इन्हीं गुंडों से महिला की हत्या कराएंगे और दोष बंगाल के लोगों पर मढ़ेंगे। उन्होंने भाजपा पर टीएमसी कार्यकर्ताओं से मारपीट करने और उन्हें चोट पहुंचाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने चुनाव आयोग से टीएमसी कार्यकर्ताओं को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग भी की।
भाजपा ने किया पलटवार
ममता की ओर से चुनावी सभा में गोत्र का खुलासा किए जाने के बाद भाजपा ने पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ममता बनर्जी के गोत्र कार्ड खेलने पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है।
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को इस बात का एहसास हो चुका है कि वे चुनाव हार रही हैं और चुनाव में हार के डर से ही अब वे गोत्र कार्ड खेलने में जुट गई हैं। उन्होंने ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें इस बात का भी खुलासा करना चाहिए कि रोहिंग्या और घुसपैठियों का गोत्र भी तो शांडिल्य नहीं है।
कमजोर स्थिति से दिमागी संतुलन बिगड़ा
नंदीग्राम के संग्राम में शुभेंदु अधिकारी को चुनाव जिताने में जुटे केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी ममता पर पलटवार किया है। प्रधान ने कहा कि अपनी कमजोर स्थिति को देखते हुए ममता बनर्जी दिमागी संतुलन खो चुकी हैं।
चुनाव में हार की आशंका से वे भाजपा पर उल-जलूल आरोप लगाने में जुटी हुई हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता की मां की मौत को उत्तर प्रदेश से जोड़ना ममता के दिमागी दिवालियेपन का सबूत है। सच्चाई तो यह है कि पश्चिम बंगाल में उनकी सरकार है और वे अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही हैं।
मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश
नंदीग्राम में ममता को कड़ी चुनौती देने में जुटे भाजपा प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी ने भी ममता के बयान पर तीखी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह है कि ममता बनर्जी को झूठ बोलने की आदत है और वे लोगों का ध्यान मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रही हैं।
राज्य के लोग विभिन्न समस्याओं से परेशान हैं मगर वे इन समस्याओं की अपने भाषणों में कोई चर्चा नहीं कर रही हैं। उन्हें राज्य में रोजगार की समस्या और निवेश जैसे मामलों पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।
भाजपा को जवाब देने के लिए गोत्र कार्ड
सियासी जानकारों का मानना है कि राज्य में भाजपा ध्रुवीकरण की कोशिश में जुटी हुई है। भाजपा की जनसभाओं में जय श्रीराम के नारों की गूंज सुनाई पड़ रही है। नंदीग्राम में मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के रोड शो के दौरान भी लगातार जय श्रीराम के नारे गूंजते रहे।
रोड शो के दौरान उमड़ी भीड़ को देखकर अमित शाह भी उत्साहित दिखे। भाजपा की ओर से की जा रही घेरेबंदी का जवाब देने के लिए ही चुनाव प्रचार के आखिरी दिन ममता ने गोत्र कार्ड खेला है। मतदान से पहले खेले गए इस गोत्र कार्ड का कितना असर होता है, यह तो 2 मई को आने वाले चुनाव नतीजे से ही स्पष्ट हो सकेगा।