West Bengal: बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद भड़की हिंसा को एक साल पूरे, BJP ने पोस्टर लगाकर जताया विरोध
West Bengal: 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों का परिणाम घोषित होने के बाद पश्चिम बंगाल राज्य के कुछ हिस्सों में हिंसा भड़कने की खबरें सामने आई थी।
West Bengal: 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों का परिणाम घोषित होने के बाद पश्चिम बंगाल राज्य के कुछ हिस्सों में हिंसा भड़कने की खबरें सामने आई थी। इस हिंसा को लेकर राज्य प्रमुख विपक्षी दल भाजपा द्वारा लगातार सत्तारूढ़ टीएमसी पर हमला बोला जाता रहा है।
बीते साल हुई इस हिंसात्मक घटना के एक साल पूरा होने और राज्य भाजपा ने कोलकाता के धर्मतला में कई पोस्टर लगाए। इन पोस्टरों के माध्यम से भाजपा ने सीधे तौर पर तृणमूल कांग्रेस पर हमलावर होते हुए लिखा है कि-"भाजपा तब तक लड़ेगी जब तक हिंसा मुक्त राजनीति और भयमुक्त बंगाल नहीं हो जाता।"
बीते साल चुनाव के बाद भड़की इस हिंसा को लेकर भाजपा शुरू से यह दावा करती आ रही कि चुनाव जीतने के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हमला करते हुए हिंसा के नाम पर भाजपा के कम से कम छह कार्यकर्ताओं को जान से मार दिया। इस हिंसा ने बेहद ही व्यापक रूप धर दिया था तथा भाजपा और टीएमसी दोनों के कार्यकर्ताओं को हिंसा के चलते भारी नुकसान झेलना पड़ा।
इस हिंसा के मामले को संज्ञान में लेते हुए राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने स्थिति पर चर्चा के लिए पुलिस महानिदेशक और कोलकाता पुलिस आयुक्त को तलब किया था तथा इसी दौरान कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने आरोप लगाया था कि हिंसा के चलते कांग्रेस सदस्यों पर भी हमला किया गया और यहां तक कि महिलाओं और बच्चों पर भी टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने हमलों किया है।
इस हिंसा की घटना के बाद से पश्चिम बंगाल के लिए मुश्किल वक़्त थमता नज़र नहीं आ रहा है। बीते कुछ दिनों पहले राज्य के बीरभूम में हुई हिंसात्मक घटना इसिक एक उदाहरण है। बीरभूम हिंसा में कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया था।