Chest Congestion Ke Lakshan: चेस्ट कंजेस्शन के हो सकते हैं कई कारण, जानिये इसके लक्षण और घरेलू उपचार

Chest Congestion Ke Lakshan: सामान्य श्वसन संक्रमण जैसे सामान्य सर्दी, फ्लू (इन्फ्लूएंजा), ब्रोंकाइटिस या निमोनिया से छाती में जमाव हो सकता है। ये संक्रमण श्वसन पथ में सूजन और अतिरिक्त बलगम उत्पादन का कारण बनते हैं, जिससे छाती में जमाव की भावना पैदा होती है।

Update:2023-05-19 17:48 IST
Chest Congestion Ke Lakshan (Image: Newstrack)

Chest Congestion Ke Lakshan: चेस्ट कंजेस्शन यानी छाती में जमाव। आम भाषा में कहे तो छाती क्षेत्र में भारीपन, जकड़न या जमाव से है। यह विभिन्न कारकों के कारण हो सकता है, जैसे श्वसन संक्रमण, एलर्जी, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, या सामान्य सर्दी। यदि आपके लक्षण बने रहते हैं, बिगड़ जाते हैं, या गंभीर दर्द, तेज बुखार, या सांस लेने में कठिनाई के साथ होते हैं, तो तुरंत डॉ को दिखाना जरुरी होता है।

छाती में जमाव के कारण (Causes Of Chest Congestion)

सीने में जमाव विभिन्न कारकों के कारण हो सकता है, जिनमें शामिल हैं:

श्वसन संक्रमण (Respiratory Infections)

सामान्य श्वसन संक्रमण जैसे सामान्य सर्दी, फ्लू (इन्फ्लूएंजा), ब्रोंकाइटिस या निमोनिया से छाती में जमाव हो सकता है। ये संक्रमण श्वसन पथ में सूजन और अतिरिक्त बलगम उत्पादन का कारण बनते हैं, जिससे छाती में जमाव की भावना पैदा होती है।

एलर्जी (Allergies)

धूल के कण, पालतू जानवरों की रूसी या कुछ खाद्य पदार्थों से एलर्जी की प्रतिक्रिया श्वसन प्रणाली में सूजन पैदा कर सकती है, जिसके परिणामस्वरूप छाती में जमाव हो सकता है.

अस्थमा (Asthma)

अस्थमा एक पुरानी स्थिति है जो वायुमार्ग की सूजन और संकुचन की विशेषता है। घरघराहट, खांसी और सांस की तकलीफ के साथ-साथ छाती में जमाव अस्थमा का लक्षण हो सकता है। इसके अलावा क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज जैसी स्थितियां भी हैं जो वायुमार्ग के संकुचन और फेफड़े के खराब होने के कारण लगातार छाती में जमाव पैदा कर सकता है।

गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (Gastroesophageal Reflux Disease)

एसिड रिफ्लक्स या जीईआरडी अन्नप्रणाली में जलन और सूजन पैदा कर सकता है, जिससे कभी-कभी छाती में जमाव और भारीपन की भावना हो सकती है।

पर्यावरणीय कारक (Environmental Factors)

सिगरेट के धुएं, वायु प्रदूषण, रासायनिक धुएं या तेज गंध जैसे उत्तेजक पदार्थों के संपर्क में आने से श्वसन प्रणाली में जलन हो सकती है, जिससे छाती में जमाव हो सकता है।

हार्ट प्रॉब्लम (Heart Problems) हार्ट के कुछ प्रॉब्लम, जैसे कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर, फेफड़ों में तरल पदार्थ के संचय का कारण बन सकती हैं, जिससे छाती में जमाव और सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।

छाती में जमाव के लिए सर्वश्रेष्ठ घरेलू उपचार (Best Home Remedies for Chest Congestion)

कई प्रभावी घरेलू उपचार हैं जो छाती में जमाव को कम करने में मदद कर सकते हैं। कुछ सबसे अच्छे यहाँ है:

स्टीम इनहेलेशन (Steam Inhalation)

स्टीम इनहेलेशन बलगम को ढीला करने और छाती में जमाव से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। आप इसे गर्म पानी से स्नान करके, ह्यूमिडिफायर का उपयोग करके, या गर्म पानी के कटोरे के ऊपर झुक कर और अपने सिर को एक तौलिये से ढक कर स्टीम टेंट बनाकर कर सकते हैं। यूकेलिप्टस या पेपरमिंट जैसे आवश्यक तेलों की कुछ बूंदों को जोड़ने से डिकंजेस्टेंट प्रभाव बढ़ सकता है।

गर्म तरल पदार्थ (Warm Liquids)

गर्म तरल पदार्थ, जैसे हर्बल चाय, साफ शोरबा, या शहद और नींबू के साथ गर्म पानी पीने से गले को शांत करने, बलगम को पतला करने और छाती में जमाव को कम करने में मदद मिल सकती है।

शहद (Honey)

शहद में प्राकृतिक जीवाणुरोधी और सुखदायक गुण होते हैं। गर्म पानी या हर्बल चाय में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से खांसी और सीने में जमाव से राहत मिल सकती है।

अदरक (Ginger)

अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और छाती में जमाव को कम करने में मदद कर सकते हैं। आप अदरक की ताज़ी स्लाइस को गर्म पानी में डुबो कर अदरक की चाय का सेवन कर सकते हैं या ताज़े अदरक के एक छोटे टुकड़े को चबा सकते हैं।

लहसुन (Garlic)

लहसुन अपने रोगाणुरोधी गुणों के लिए जाना जाता है और छाती की जकड़न को दूर करने में मदद कर सकता है। अपने आहार में लहसुन को शामिल करने या लहसुन की खुराक लेने से कुछ राहत मिल सकती है।

नीलगिरी का तेल (Eucalyptus Oil)

नीलगिरी के तेल का साँस लेना वायुमार्ग को खोलने और छाती की जकड़न से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। गर्म पानी में नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदें डालें, अपने सिर को एक तौलिये से ढक लें और भाप लें। उपयोग किए जाने वाले तेल की मात्रा से सावधान रहें और सीधे त्वचा के संपर्क से बचें क्योंकि यह परेशान कर सकता है।

खारे पानी के गरारे (Saltwater Gargle)

गर्म नमक के पानी से गरारे करने से गले की जलन, बलगम को साफ करने और छाती में जमाव को कम करने में मदद मिल सकती है। एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच नमक घोलकर दिन में कई बार गरारे करें।

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