कोरोना की जांच में आई तेजी, सबसे ज्यादा टेस्टिंग में इस नंबर पर पहुंचा भारत
देश में कोरोना का संक्रमण बढ़ने के साथ ही टेस्टिंग की रफ्तार में भी तेजी आ गई है। इंडियन मेडिकल काउंसिल फॉर रिसर्च (आईसीएमआर) के आंकड़ों के मुताबिक देश में टेस्टिंग का आंकड़ा 50 लाख को पार कर गया है।
अंशुमान तिवारी
नई दिल्ली: देश में कोरोना का संक्रमण बढ़ने के साथ ही टेस्टिंग की रफ्तार में भी तेजी आ गई है। इंडियन मेडिकल काउंसिल फॉर रिसर्च (आईसीएमआर) के आंकड़ों के मुताबिक देश में टेस्टिंग का आंकड़ा 50 लाख को पार कर गया है। सबसे ज्यादा टेस्टिंग के मामले में भारत दुनिया में चौथे स्थान पर पहुंच गया है। भारत से ज्यादा टेस्टिंग सिर्फ अमेरिका, रूस और ब्रिटेन में ही की गई है। स्पेन इस मामले में पांचवें नंबर पर है।
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टेस्टिंग का आंकड़ा 50 लाख के पार
आईसीएमआर के मुताबिक देश में बुधवार तक 50 लाख 61 हजार 332 टेस्ट किए जा चुके हैं। इनमें से 2,77,000 लोग कोरोना से संक्रमित मिले हैं। देश में जितने लोगों की टेस्टिंग की गई है उनमें 5.4 फीसदी लोग संक्रमित पाए गए हैं। कोरोना के कहर और टेस्टिंग दोनों ही मामलों में अमेरिका दुनिया में नंबर वन पर है। अमेरिका में अभी तक करीब 2.2 करोड़ लोगों की टेस्टिंग की जा चुकी है। इस तरह अमेरिका में भारत से चार गुना अधिक टेस्टिंग की गई है। अमेरिका में 9.23 फ़ीसदी लोग संक्रमित मिले हैं। रूस में 1.3 करोड़ और ब्रिटेन में 58 लाख लोगों की कोरोना संबंधी जांच की गई है।
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जांच के मामले में ब्राजील पिछड़ा
जांच के मामले में ब्राजील काफी पिछड़ा हुआ है। संक्रमण के मामले में ब्राजील अमेरिका के बाद दुनिया में दूसरे नंबर पर है मगर यहां जांच की रफ्तार काफी धीमी है। यहां अभी तक सिर्फ दस लाख लोगों की ही जांच की जा चुकी है जिनमें से करीब साढ़े लाख लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं यानी यहां 75 फ़ीसदी लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
10 लाख की आबादी में यूएई नंबर वन
प्रति दस लाख की आबादी में जांच के मामले में यूएई दुनिया में पहले नंबर पर है। यहां पर हर दस लाख की आबादी में करीब 2,52,963 लोगों की जांच की जा रही है। स्पेन दूसरे, कतर तीसरे और रूस इस मामले में चौथे नंबर पर है। भारत इस मामले में काफी पिछड़ा हुआ है और और 30 देशों की सूची में 26वें नंबर पर है। यहां 10 लाख की आबादी ने सिर्फ 3462 लोगों की ही जांच की जा रही है।
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भारत में पहले की अपेक्षा आई तेजी
भारत में भले ही 10 लाख की आबादी में अभी काफी कम टेस्टिंग की जा रही हो मगर पहले की अपेक्षा इसमें तेजी आई है। लॉकडाउन के तीसरे चरण तक देश में बीस से 50000 लोगों की ही जांच हो रही थी मगर अब रोजाना 1,40,000 से ज्यादा टेस्टिंग की जा रही है। टेस्टिंग के मामले में अमेरिका भारत से काफी आगे हऐ और वहां रोज पांच लाख से ज्यादा टेस्टिंग की जा रही है।
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तमिलनाडु में सबसे ज्यादा टेस्टिंग
भारत के विभिन्न राज्यों के आंकड़ों को देखा जाए तो सबसे ज्यादा टेस्टिंग तमिलनाडु में की गई है। यहां अभी तक 5,28,434 लोगों की कोरोना संबंधी जांच की जा चुकी है। दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है जहां अभी तक 4,98,577 लोगों की जांच की जा चुकी है।
देश में सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में अभी तक 3,15,542 लोगों की कोरोना की जांच की गई है। इनमें से 2.8 प्रतिशत लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। आईसीएमआर से जुड़े सूत्रों का कहना है कि देश में टेस्टिंग की संख्या लगातार बढ़ाने की कोशिश की जा रही है ताकि कोरोना से संक्रमित लोगों की पहचान की जा सके।
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