Haryana Nuh Violence: नूंह हिंसा को लेकर डिप्टी सीएम ने अपनी ही सरकार पर खड़े किए सवाल,हरियाणा में BJP-JJP गठबंधन में बढ़ा टकराव

Haryana Nuh Violence: मीडिया से बातचीत के दौरान चौटाला ने कहा कि प्रशासन नूंह के हालात का मूल्यांकन करने में फेल साबित हुआ। बाद में हुई घटनाओं से साबित होता है कि प्रशासन पूरे प्रकरण का ठीक तरीके से आकलन नहीं कर सका।

Update:2023-08-09 09:41 IST
Haryana Nuh Violence (photo: social media )

Nuh Violence: हरियाणा के नूंह इलाके में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा-जेजेपी गठबंधन में टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है। जननायक जनता पार्टी के नेता और राज्य के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने इस हिंसा को लेकर अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है। उनका कहना है कि प्रशासन इस मामले में पूरी तरह नाकाम साबित हुआ। नूंह में भीतर ही भीतर तनाव का माहौल था मगर प्रशासन इसे भांपने में विफल रहा।

नूंह में 31 जुलाई को ब्रजमंडल शोभायात्रा पर पथराव और हमले के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी। बाद में हरियाणा के कई इलाके इस सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में आ गए। पुलिस और प्रशासन की ओर से इस मामले में सख्त एक्शन लिया गया है और अभी तक सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार करके पूछताछ की जा रही है। सांप्रदायिक हिंसा के बाद बुलडोजर एक्शन में तमाम अवैध निर्माण भी ध्वस्त किए जा चुके हैं। हालांकि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने बुलडोजर एक्शन पर हाल में रोक लगा दी है।

हालात को भांपने में प्रशासन पूरी तरह नाकाम

मीडिया से बातचीत के दौरान चौटाला ने कहा कि प्रशासन नूंह के हालात का मूल्यांकन करने में फेल साबित हुआ। बाद में हुई घटनाओं से साबित होता है कि प्रशासन पूरे प्रकरण का ठीक तरीके से आकलन नहीं कर सका। नूंह के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक 22 जुलाई से ही छुट्टी पर गए हुए थे। दूसरे अफसर को इलाके का अतिरिक्त प्रभार सोंपा गया था। शोभायात्रा निकालने के संबंध में जिन अफसरों से अनुमति हासिल की गई थी,वे अफसर भी हालात को भांपने में विफल साबित हुए। उन्होंने कहा कि यह गंभीर पहलू है और इसकी गहराई से जांच पड़ताल की जा रही है।

चौटाला ने कहा कि एडिशनल डीजीपी (कानून और व्यवस्था) ने यह जानकारी दी थी कि आयोजकों को शोभायात्रा में 3200 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी गई थी। इसी के अनुरूप पुलिस बल की तैनाती भी की गई थी। इसके बावजूद बड़े पैमाने पर हिंसा की घटनाएं हुईं।

चौटाला ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि पुलिस बल की तैनाती ठीक तरीके से नहीं की गई थी। उन्होंने कहा कि मुझे नूंह की घटना के संबंध में दोपहर डेढ़ बजे जानकारी मिली थी और मैंने तत्काल एडीजीपी से पुलिस फोर्स को नूंह भेजने के लिए कहा था।

चौटाला ने पहले भी खड़े किए थे सवाल

वैसे चौटाला इससे पूर्व भी नूंह की सांप्रदायिक हिंसा को लेकर सवाल खड़े कर चुके हैं। उनका कहना था कि शोभायात्रा के आयोजकों ने भीड़ के संबंध में पुलिस और प्रशासन को सही जानकारी नहीं दी थी। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी चूक है और हो सकता है कि इस कारण हिंसा की घटनाएं हुई हों।

नूंह में विहिप और बजरंग दल की शोभायात्रा पर हमले के बाद सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं में दो होमगार्डों समय छह लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के दौरान सैकड़ों वाहन भी फूंक डाले गए थे। इस घटना का असर अभी भी दिख रहा है और हरियाणा के कई इलाकों में तनाव का माहौल बना हुआ है।

भाजपा का दल आज करेगा नूंह का दौरा

हरियाणा के विभिन्न इलाकों में हालात को काबू में करने के लिए हरियाणा पुलिस और केंद्रीय बलों की कई कंपनियों की तैनाती की गई है। इस बीच भाजपा की हरियाणा इकाई का एक प्रतिनिधिमंडल आज नूंह का दौरा करने वाला है। हरियाणा भाजपा के प्रमुख ओपी धनखड़ इस प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करेंगे और इसमें कई मंत्रियों और विधायकों को भी शामिल किया गया है। पार्टी की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि भाजपा का दल नूंह के विभिन्न इलाकों का दौरा करके लोगों से बातचीत करेगा और स्थिति का जायजा लेगा।

हरियाणा में मौजूदा समय में भाजपा और जेजेपी की संयुक्त सरकार है और इस गठबंधन सरकार में खटपट की खबरें पहले भी आती रही हैं। नूंह की सांप्रदायिक हिंसा के बाद दोनों दलों के बीच टकराव और बढ़ता दिख रहा है। हरियाणा में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और सियासी जानकारों का मानना है कि विधानसभा चुनाव के दौरान दोनों दल अलग-अलग अपने दम पर सियासी अखाड़े में कूद सकते हैं। वैसे चौटाला के बयान पर अभी तक भाजपा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई गई है।

Tags:    

Similar News