पायलट समर्थकों की वापसी, ये निलंबित नेता बहाल, एक हुई कांग्रेस
कांग्रेस सब कुछ ठीक करने का प्रयास कर रही है। सचिन पायलट के गुट के दो प्रमुख चेहरों भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को उनके पद पर बहाल कर दिया गया है।
जयपुर: राजस्थान में सियासी घमासान का परिणाम अभी भी कुछ साफ नहीं हो पा रहा है। हां कांग्रेस की कलह ज़रूर कुछ हद तक सचिन पायलट के राहुल-प्रियंका से मुलाकात के बाद समाप्त होती नज़र आ रही है। इस बीच राजस्थान में कल विधानसभा सत्र शुरू होने वाला है। जिसको लेकर अब राजधानी जयपुर में सियासी हलचल बढ़ गई है। एक ओर जहां कांग्रेस सब कुछ ठीक करने का प्रयास कर रही है। जिसके चलते सचिन पायलट के गुट के दो प्रमुख चेहरों भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को उनके पद पर बहाल कर दिया गया है। लेकिन वहीं दूसरी ओर भाजपा राजस्थान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के पूरे मूड में नज़र आ रही है।
पायलट गुट के भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह अपने पद पर बहाल
सचिन पायलट के राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात करने के बाद अब कांग्रेस राजस्थान में फैला अपना सारा रायता समेटने में लगी है। जिसके लिए लोगों को फिर से उनके पदों पर बहाल किया जा रहा है। इसी के चलते आज पायलट गुट के दो बड़े चेहरों को उनके पदों पर बहाल कर दिया गया। इस बात की जानकारी कांग्रेस के राज्य प्रभारी अविनाश पांडे ने ट्विटर के जरिए दी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, '' सबसे चर्चा करने के बाद दोनों नेताओं को पद पर वापस बहाल करने का फैसला लिया गया है।
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पार्टी ने इन दोनों ही नेताओं का कांग्रेस से निलंबन वापस ले लिया है।'' कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह की पार्टी की वापसी राजस्थान के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह दोस्तारा ने भी की है। दोस्तारा ने भी इसे लेकर एक ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में दोस्तरा ने लिखा है संगठन महासचिव अविनाश पांडे ने दोनों ही नेताओं कांग्रेस पार्टी से निलंबन वापस ले लिया है।
सचिन पायलट का साथ देने के चलते हुई थी बर्खास्तगी
आपको बता दें कि इन दोनों नेताओं को उनके पद से पिछले महीने जुलाई में बर्खास्त कर दिया गया था। साथ ही कांग्रेस पार्टी से भी निलंबित कर दिया गया था। इन दोनों नेताओं विधायक भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को सचिन पायलट के साथ बगावती रुख अख्तियार करने और प्रदेश की गहलोत सरकार के खिलाफ साजिश रचने के आरोप में पार्टी की सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था।
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जिसकी जानकारी कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दी थी। लेकिन अब कांग्रेस में एक बार फिरसे सारी परिस्थितियों को सामान्य करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसका पूरा का पूरा श्रेय कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को जाता है।