पीएम मोदी का गिफ्ट: बिहार को मिला 'कोसी रेल महासेतु' का तोहफा, रचा गया इतिहास
6 जून 2003 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने निर्मली के एक कॉलेज में आयोजित समारोह में कोसी मेगा ब्रिज लाइन परियोजना की आधारशिला रखी थी। ऐतिहासिक कोसी रेल महासेतु 1.9 किलोमीटर लंबा है।
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने अपना ध्यान अब बिहार में होने वाले विधानसभा चुनावों पर टीका लिया है। बीजेपी वाली केंद्र सरकार कई योजनाओं की सौगात बिहार को देनी शुरू कर दी है। इसी के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिथिलांचल को जोड़ने वाले कोसी रेल महासेतु का उदघाटन किया।
इसके अलावा पीएम मोदी ने समस्तीपुर रेलमंडल की कई योजनाओं का उद्घाटन किया और सुपौल से आसनपुर कुपहा डेमू ट्रेन के परिचालन को भी हरी झंडी दिखाई।
पीएम मोदी कर रहे संबोधित
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिथिलांचल को जोड़ने वाले कोसी रेल महासेतु का उदघाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में यहां कहा कि रेल कनेक्टविटी के क्षेत्र में आज इतिहास रचा गया।
-इन प्रोजेक्ट्स से बिहार के साथ-साथ पश्चिम बंगाल और पूर्वी भारत के लोगों को इससे लाभ मिलेगा।
-बिहार में नए रोजगार पैदा होंगे। 516 करोड़ की लगत से 17 सालों में तैयार हुआ सेतु ।
-12 रेल परियोजनाओं का भी किया गया उद्घाटन।
लालू यादव पर पीएम मोदी का वार
-पीएम मोदी ने यहां संबोधन में कहा कि अटल जी की सरकार जाने के बाद इस प्रोजेक्ट की रफ्तार कम हो गई।
-अगर दूसरी सरकार को बिहार के लोगों की फिक्र होती और जो लोग तब रेल मंत्री थे उन्हें अगर चिंता होती तो काम पहले ही हो जाता।
-लेकिन वो ऐसा करना नहीं चाहते थे, पीएम बोले कि अगर दृढ़ निश्चय हो और नीतीश जैसा साथी हो तो सबकुछ संभव है।
-पीएम ने कहा कि 5-6 साल में हमने समस्याओं का हल ढूंढा है।
-4 साल पहले उत्तर-दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले दो महासेतु को शुरू किया गया।
-पीएम ने कहा कि भूकंप की आपदा ने मिथिला और कोसी को अलग किया था, आज कोरोना महामारी के बीच इन दोनों को फिर से जोड़ा जा रहा है।
ये प्रोजेक्ट अटल जी और नीतीश बाबू का ड्रीम प्रोजेक्ट है: पीएम मोदी
-रेलवे में आत्मनिर्भरता पर बल दिया गया।
- आज भारतीय रेल पहले से ज्यादा स्वच्छ है।
-बिहार में 12 हज़ार हार्स पावर के इंजन बन रहे हैं।
-उत्तर बिहार के कई इलाके विकास से वंचित थे।
-देश के अनछुए हिस्सों को रेल नेटवर्क से जोड़ा गया।
-किसानों को MSP के जरिये सही कीमत देने के लिए प्रतिबद्ध।
किसानों को अपनी उपज देश में कहीं पर भी, किसी को भी बेचने की आजादी देना, बहुत ऐतिहासिक कदम है।
21वीं सदी में भारत का किसान, बंधनों में नहीं, खुलकर खेती करेगा,
जहां मन आएगा अपनी उपज बेचेगा,
किसी बिचौलिए का मोहताज नहीं रहेगा और
अपनी उपज, अपनी आय भी बढ़ाएगा: PM
— PMO India (@PMOIndia) September 18, 2020
किसान बिल पर पीएम मोदी ने की चर्चा, किसानों को कई बन्धनों से मुक्ति दिलाई
-किसानों को समर्पित है हमारी सरकार ।
-कृषि बिल के खिलाफ झूठ फैलाया जा रहा है।
-कृषि बिल पर किसानों को गुमराह किया जा रहा है।
-इस बिल के तहत किसान अपनी फसल जहाँ चाहे वहां बेच सकता है।
-प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र की योजनाओं के द्वारा किसानों के खाते में एक लाख करोड़ रुपये ट्रांसफर किए जा चुके हैं। कई योजनाओं को पूरा किया गया, सिंचाई के लिए अलग योजना बनाई जा रही है।
-देश का किसान अब खुलकर खेती करेगा।
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नीतीश कुमार ने अटल जी को किया याद
इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने कहा कि अटल जी के कार्यकाल में इसकी शुरुआत हुई थी, लेकिन यूपीए सरकार के दौरान पूरा काम रुक गया। अब आप आएं हैं तो इस कारण ये काम पूरा हो पाया।
इसके अलावा पीएम मोदी ने समस्तीपुर रेलमंडल की कई योजनाओं का उद्घाटन किया और सुपौल से आसनपुर कुपहा डेमू ट्रेन के परिचालन को भी हरी झंडी दिखाई।
पीएम मोदी ने कोसी रेल महासेतु का उदघाटन किया
इसी के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिथिलांचल को जोड़ने वाले कोसी रेल महासेतु का उदघाटन किया।
इसके अलावा पीएम मोदी ने समस्तीपुर रेलमंडल की कई योजनाओं का उद्घाटन किया और सुपौल से आसनपुर कुपहा डेमू ट्रेन के परिचालन को भी हरी झंडी दिखाई।
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इस कारण दो भागों में बंट गया था कोसी और मिथिलांचल
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नेरेन्द्र मोदी मोदी समस्तीपुर रेलमंडल की कई योजनाओं का उद्घाटन करेंगे और सुपौल से आसनपुर कुपहा डेमू ट्रेन के परिचालन को भी हरी झंडी दिखाएंगे। बता दें कि 1887 में निर्मली और भपटियाही (सरायगढ़) के बीच मीटर गेज लिंक बनाया गया था जो 1934 में विनाशकारी भूकंप की वजह से तबाह हो गया था। इसके बाद से कोसी और मिथिलांचल दो भागों में बंट गया था।
प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने राखी थी आधारशिला
बता दें कि 6 जून 2003 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने निर्मली के एक कॉलेज में आयोजित समारोह में कोसी मेगा ब्रिज लाइन परियोजना की आधारशिला रखी थी। ऐतिहासिक कोसी रेल महासेतु 1.9 किलोमीटर लंबा है और इसके निर्माण में 516 करोड़ रुपये की लागत आई। पीएम मोदी आज समस्तीपुर मंडल के मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी, समस्तीपुर-दरभंगा-जयनगर, समस्तीपुर-खगड़िया खंडों के रेलवे विद्युतीकरण परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे।
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लिच्छवी सहित दो ट्रेनों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दिखायेंगे हरी झंडी
प्रधानमंत्री मोदी समस्तीपुर रेलमंडल की 5 बड़ी योजनाओं को और 3 ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। डीआरएम अशोक माहेश्वरी के अनुसार पीएम मोदी सीतामढ़ी से आनंद विहार टर्मिनल के लिए इलेक्ट्रिक इंजन वाली लिच्छवी एक्सप्रेस, सुपौल सरायगढ़ आसनपुर कुपहा स्टेशन के लिए डेमू और सरायगढ़ राघोपुर के लिए एक डेमू ट्रेन को डिजीटल वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
देश को समर्पित करेंगे कोसी महासेतु
पीएम नरेन्द्र मोदी आज कोसी महासेतु देश को समर्पित करेंगे सुपौल से सरायगढ़ होते हुए कोसी महासेतु से होकर ट्रेन असानपुर कुपहा हॉल्ट तक चलेगी। इसके अलावा मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी, समस्तीपुर-दरभंगा-जयनगर, समस्तीपुर-खगड़िया खंडों के रेलवे विद्युतीकरण परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे।
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मिथिलांचल से जुड़ने में कुछ और दिनों का इंतजार
लेकिन इसके बाद भी मिथिलांचल से जुड़ने में कुछ और दिनों का इंतजार करना पड़ेगा। असानपुर कुपहा हाल्ट से झंझारपुर स्टेशन तक कार्य प्रगति पर है। इन दोनों स्टेशनों के बीच 5 और छोटे पुलों का निर्माण किया जाना है। इस कार्य के पूरा होते ही कोसी से मिथिलांचल का दरभंगा स्टेशन जुड़ जाएगा।