पेट्रोल होगा बहुत सस्ता, मोदी सरकार ने लिया ये बड़ा फैसला

अब हरियाणा में जल्ह ही इंडियन ऑयल का बायोमास इथेनॉल का संयंत्र लगेगा। बता दें कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने हरियाणा के पानीपत में पेट्रोलियम ईंधन के रूप में बायोमास इथेनॉल का संयंत्र लगाने की इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन को मंजूरी दे दी है।

Update: 2019-11-10 13:50 GMT

नई दिल्ली: अब हरियाणा में जल्द ही इंडियन ऑयल का बायोमास इथेनॉल का संयंत्र लगेगा। बता दें कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने हरियाणा के पानीपत में पेट्रोलियम ईंधन के रूप में बायोमास इथेनॉल का संयंत्र लगाने की इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन को मंजूरी दे दी है।

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प्रकाश जावड़ेकर ने दी जानकारी...

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पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रविवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि एनवायरनमेंट फ्रेंडली फ्यूल के रूप में इथेनॉल के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय ने इस परियोजना को मंजूरी दी है।

साथ ही बताते चलें कि इसके तहत IOCL को दूसरी पीढ़ी के बायोमास आधारित ईंधन 2जी इथेनॉल के संयंत्र को लगाने की आईओसीएल को मंत्रालय ने पर्यावरण मंजूरी दी है।

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किसानों की आय होगी दोगुना...

जावड़ेकर ने ट्विटर के माध्यम से कहा है कि यह जानकारी देते हुये खुशी है कि आईओसीएल को पानीपत में नये 2जी इथेनॉल संयंत्र स्थापित करने की पर्यावरण मंजूरी दी गयी है।

उन्होंने कहा कि इस परियोजना से न सिर्फ एनवायरनमेंट फ्रेंडली फ्यूल को बढ़ावा मिलेगा बल्कि किसानों की आय को दोगुना करने के सरकार के लक्ष्य को प्राप्त करने में भी मदद मिलेगी।

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ज्ञात हो कि आईओसीएल ने 100 किलोलीटर प्रतिदिन उत्पादन क्षमता वाले 2जी इथेनॉल संयंत्र से पर्यावरण पर पड़ने वाले संभावित असर की आंकलन रिपोर्ट इस साल जून में मंत्रालय के समक्ष पेश करते हुये इसकी स्थापना के लिये मंजूरी का आवेदन किया था।

लागत करोड़ो में...

पेट्रोलियम उत्पादों की देश की सबसे बड़ी खुदरा कारोबारी कंपनी IOCL ने पानीपत स्थित अपनी रिफायनरी में ही 766 करोड़ रुपये की लागत से इथेनॉल संयंत्र भी लगाने की परियोजना के लिये सरकार से पर्यावरण मंजूरी मांगी है।

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बताया जा रहा है कि इसमें बायोमास आधारित ईंधन के रूप में इथेनॉल के उत्पादन के लिये धान और अन्य कृषि उत्पादों की पराली का इस्तेमाल किया जायेगा, संयंत्र में 100 किलोलीटर इथेनॉल के उत्पादन के लक्ष्य की प्राप्ति के लिये प्रतिदिन 473 टन पराली की आवश्यकता होगी।

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