आसमान में पाकिस्तानी जहर: तेजी से बढ़ता जा रहा भारत की तरफ, बढ़ेगी मुसीबत

बीते कई दिनों से दिल्ली की हवा को दूषित करने के लिए केवल पंजाब ही कसूरवार नहीं है, बल्कि पाकिस्तान भी इसका जिम्मेदार है। पाकिस्तान के सीमावर्ती गांवों में जो पराली जलाई जाती है, उसका धुंआ पंजाब से होते हुए दिल्ली पहुंच रहा है।

Update:2020-10-28 12:51 IST
बीते कई दिनों से दिल्ली की हवा को दूषित करने के लिए केवल पंजाब ही कसूरवार नहीं है, बल्कि पाकिस्तान भी इसका जिम्मेदार है। पाकिस्तान के सीमावर्ती गांवों में जो पराली जलाई जाती है, उसका धुंआ पंजाब से होते हुए दिल्ली पहुंच रहा है।

नई दिल्ली। बीते कई दिनों से दिल्ली की हवा को दूषित करने के लिए केवल पंजाब ही कसूरवार नहीं है, बल्कि पाकिस्तान भी इसका जिम्मेदार है। पाकिस्तान के सीमावर्ती गांवों में जो पराली जलाई जाती है, उसका धुंआ पंजाब से होते हुए दिल्ली पहुंच रहा है। ऐसे में पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड(PPCB) द्वारा ग्रामीण इलाकों में लगाई गई हाई वॉल्यूम सैंपलर (HVS) मशीन से सामने आए आंकड़ों में यह खुलासा हुआ है। साथ ही सूबे के सीमावर्ती इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के स्तर में 30 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।

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पंजाब सहित पाकिस्तान के सीमावर्ती गांवों में

दरअसल भारत-पाकिस्तान बॉर्डर 3323 किलोमीटर लंबा है। जिसमें से पंजाब से पाकिस्तान की सीमा 553 किलोमीटर जुड़ी हुई है। ऐसे में इन दिनों पंजाब सहित पाकिस्तान के सीमावर्ती गांवों में धान की कटाई का काम तेजी से चल रहा है। यहां पर भी किसान पराली के निस्तारण करने के लिए आग लगा रहे हैं।

फोटो-सोशल मीडिया

इस बारे में पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर (पीआरएससी) द्वारा ली गई सैटेलाइट की तस्वीरों में भी इसका खुलासा हो चुका है। वहीं अब पीपीसीबी की हाई वाल्यूम सैंपलर मशीनों से भी पाकिस्तान से लगे सूबे के सीमावर्ती क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर बढ़ रहा है।

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पराली का धुआं उत्तर भारत के राज्यों में

सामने आए आंकड़ों के मुताबिक, इन इलाकों में एक्यूआई के स्तर में बीते सालों की तुलना में 30 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। एक्यूआई का स्तर 150 से भी अधिक दर्ज किया गया है। पीपीसीबी इस गंभीर मुद्दे को लेकर रिपोर्ट तैयार कर रहा है।

इसके साथ ही पराली सिर्फ पंजाब ही नहीं, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व दिल्ली से लगते हुए कई राज्यों में भी जलाई जा रही है। इस मौसम में पाकिस्तान से भी उत्तर पश्चिम की तरफ से चलने वाली हवाओं में पराली का धुआं उत्तर भारत के राज्यों में पहुंच रहा है।

तो ऐसे में केवल पंजाब को बदनाम करना ठीक नहीं है। क्योंकि पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्रों में जलने वाली पराली को लेकर केंद्रीय स्तर पर पहल की जानी चाहिए। जिससे दिल्ली में हवा को प्रदूषित होने से रोका जा सके।

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