Bengal-Bihar Violence: रामनवमी पर हुई हिंसा के बाद बंगाल-बिहार में हनुमान जयंती को लेकर अलर्ट, नीतीश कुमार का ये बयान
Bengal-Bihar Violence: रामनवमी के बाद अब हनुमान जयंती की तैयारी है। कल यानी गुरूवार 6 अप्रैल को हनुमान जयंती का त्योहार है। इस मौके पर भी शोभायात्राएं निकलती हैं। पिछले साल इसी दौरान दिल्ली, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में हिंसा भड़क गई थी। लिहाजा वेस्ट बंगाल पुलिस ने इस बार पहले से चौकस है।
Bengal-Bihar Violence: पश्चिम बंगाल और बिहार में रामनवमी के दिन शुरू हुई हिंसा अगले कई दिनों तक रूक-रूकर होती रही। दोनों राज्यों के कुछ इलाकों में जमकर बमबाजी, आगजनी से लेकर पत्थरबाजी हुई, जिससे जानमाल को बड़े पैमाने पर क्षति पहुंची है। बीते 24 घंटे से हालात नियंत्रण में हैं लेकिन तनाव अब भी व्याप्त है। संवेदनशील इलाकों में अभी भी भारी संख्या सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। पुलिसकर्मियों को अलर्ट मोड रहने को कहा गया है।
मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में हिंसा भड़की
रामनवमी के बाद अब हनुमान जयंती की तैयारी है। कल यानी गुरूवार 6 अप्रैल को हनुमान जयंती का त्योहार है। इस मौके पर भी शोभायात्राएं निकलती हैं। पिछले साल इसी दौरान दिल्ली, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में हिंसा भड़क गई थी। लिहाजा वेस्ट बंगाल पुलिस ने इस बार पहले से चौकस है। रामनवमी के दौरान हुई घटना के कारण स्थिति अभी भी पूरी तरह सामान्य नहीं हुआ है। ऐसे में हनुमान जयंती के दौरान कोई उपद्रव न हो इसको लेकर पुलिस – प्रशासन अलर्ट हो गया है।
संवेदनशील इलाकों में जुलूस की अनुमति नहीं
इलाके में तनाव को देखते हुए संभवतः शोभायात्रा निकलाने की अनुमति न दिया जाए। अगर अनुमति दी भी जाती है तो इस बार पूरा रूट पुलिस की निगरानी में होगा और संवेदनशील इलाकों से जुलूस को निकलने नहीं दिया जाएगा। हुगली के दो इलाकों रिसड़ा और श्रीरामपुर में धारा 144 लागू है। इसी तरह हावड़ा जिले के हावड़ा थाने और शिबपुर थाना इलाके में भी धारा 144 लागू है। इन इलाकों में सबसे अधिक उपद्रव देखने को मिला था।
बिहार में भी पुलिस-प्रशासन अलर्ट
रामनवमी पर भड़की हिंसा के मद्देनजर हनुमान जयंती को लेकर बिहार पुलिस भी अलर्ट मोड में है। रोहतास के सासाराम और नालंदा के बिहारशरीफ में रामनवमी के बाद भी हिंसक घटनाएं होती रहीं। सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले में अगले आदेश तक मोबाइल इंटरनेट और स्कूल-कॉलेज बंद हैं। दुकानें भी दोपहर 2 बजे के बाद ही खोलने की अनुमति है। पुलिस-प्रशासन की गाड़ियां लगातार गश्त कर रही हैं।
बिहार विधानसभा में हुआ जमकर हंगामा
रामनवमी के मौके पर देश में इस बार सबसे भयानक हिंसा का दौर बिहार में देखने को मिला। राज्य के पांच जिले सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में आए। जिनमें से दो नालंदा और रोहतास में कई दिनों तक हिंसा रूक-रूककर जारी रही। मुख्य विपक्षी दल बीजेपी इन घटनाओं को मुस्लिम तुष्टीकरण और खराब लॉ एंड ऑर्डर की देन बताते हुए नीतीश सरकार पर हमलावर है। बिहार विधानसभा में आज बजट सत्र का आखिरी दिन है। जहां भाजपा विधायकों ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही इन घटनाओं को लेकर हंगामा करने लगे। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से इस मसले पर सदन में आकर बयान देने की मांग की। जिसके बाद मार्शलों ने हंगामा कर रहे भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा को उठाकर सदन के बाहर कर दिया।
नीतीश बोले – जानबूझकर कराई गई हिंसा
अपने गृह जिले समेत राज्य के अन्य इलाकों में हुई हिंसा पर घिरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संकेतों में सारा दोष बीजेपी पर मढ़ दिया। उन्होंने साफतौर पर कहा कि नालंदा और सासाराम में कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर माहौल खराब करने की कोशिश की गई। उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 2 लोग हैं, एक राज कर रहा है और दूसरा उसका एजेंट है।
बिहार सीएम ने एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी को भी दिल्ली का एजेंट बताया। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि ओवैसी ने साल 2017 में मुझसे मिलने की कोशिश की थी लेकिन मैंने मुलाकात नहीं की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सोशल मीडिया के जरिए दुष्प्रचार किया जा रहा है।