कोरोना से निपटने के लिए मोदी सरकार के इस मंत्री ने किया ये बड़ा दावा
पूरा देश इस समय कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देशभर लॉक डाउन लागू है। इस बीच केंद्र सरकार की तरफ से एक राहत देने वाली खबर सामने आई है।
नई दिल्ली: पूरा देश इस समय कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देशभर लॉक डाउन लागू है। इस बीच केंद्र सरकार की तरफ से एक राहत देने वाली खबर सामने आई है।
केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाइक ने विश्वास जताया है कि भारत जल्द ही आयुर्वेदिक पद्धति से कोरोना वायरस के रोगियों का इलाज करेगा। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक प्रामाणिकता नहीं मिलने पाने के कारण भारत की इस प्राचीन चिकित्सा पद्धति का मौजूदा संकट के दौरान केवल ऐहतियाती उपाय के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।
नाइक ने अपने विवादित दावे को फिर से दोहराया कि कोविड-19 से संक्रमित ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स का इलाज आयुर्वेदिक पद्धति से हुआ है। मंत्री ने कहा कि प्रिंस चार्ल्स इस दावे को इसलिए खारिज कर रहे हैं, क्योंकि पश्चिमी देशों में आयुर्वेद स्वीकार्य नहीं है। इससे पहले नाइक ने कहा था कि बंगलूरू के रहने वाले चिकित्सक ने चार्ल्स का इलाज किया है।
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प्रिंस चार्ल्स का आयुर्वेद से इलाज का दावा
नाइक ने एक इंटरव्यू में बताया कि प्रिंस चार्ल्स इस दावे को इसलिए खारिज कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें इसे स्वीकार करने में कुछ दिक्कतें आ रही होंगी। उनके देश में आयुर्वेद का मान्यता नहीं मिली हुई। उन्होंने कहा कि उनके लिए इसे खारिज करना स्वाभाविक है। मुझे एक सौ एक प्रतिशत विश्वास है कि आयुर्वेद से ही उनका इलाज हुआ है।
हालांकि मंत्री ने यह नहीं बताया कि क्या कोई विशिष्ट आयुर्वेदिक दवा है जिससे प्रिंस चार्ल्स कथित रूप से ठीक हुए हैं। नाइक ने कहा कि एक बार आयुर्वेद के कुछ नुस्खों को वैज्ञानिक प्रमाणिकता मिल जाए, उसके बाद देश आयुर्वेद के जरिए कोविड-19 के रोगियों के इलाज के लिए तैयार है।
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