भारत करेगा जंग! यहां तैयारी पूरी, जोजिला टनल के निर्माण से बढ़ेगा सेना का दबदबा
आज यानी गुरुवार से भारत के लिए सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण 'जोजिला टनल' का निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है। यह कारगिल को कश्मीर से जोड़ने का काम करेगी।
नई दिल्ली: आज का दिन बेहद खास होने वाला है, क्योंकि गुरुवार को भारत के लिए सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण 'जोजिला टनल' के निर्माण का कार्य शुरू होने वाला है। बता दें कि ये टनल लद्दाख के कारगिल इलाके को कश्मीर घाटी के साथ जोड़ने का काम करेगी। आज केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के हाथों 14.15 किलोमीटर लंबी इस टनल का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। जोजिला टनल को एशिया की दो दिशा वाली सबसे लंबी टनल कहा जा रहा है।
सुरंग से होगी कई समस्याएं दूर
वहीं इस सुरंग का निर्माण पूरा हो जाने के बाद लोगों और सेना को काफी आसानी होगी। टनल का काम पूरा हो जाने के बाद साल के 365 दिन लेह और श्रीनगर के बीच आवागमन संभव हो पाएगा। इसके जरिए दोनों के बीच के सफर में महज तीन घंटे का वक्त लगेगा। केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय की ओर से बुधवार को बताया गया कि नितिन गडकरी द्वारा गुरुवार को जोजिला टनल का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
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मंत्रालय ने ट्वीट कर दी थी ये जानकारी
मंत्रालय ने ट्वीट किया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की उपस्थिति में, 15 अक्टूबर, गुरुवार, सुबह 11:30 बजे NH-1 पर श्रीनगर को लेह से जोड़ने वाले ज़ोजिला टनल का प्रथम टनल ब्लास्ट किया जाएगा। मंत्रालय के मुताबिक, यह सुरंग श्रीनगर घाटी और लेह के बीच ऑल-वेदर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगा। इस टनल का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद आधुनिक भारत के इतिहास में ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। इसके अलावा यह देश की रक्षा में भी अहम भूमिका निभाएगा।
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पूरी होगी 30 साल पुरानी मांग
लद्दाख, गिलगित और बाल्टिस्तान क्षेत्रों में सीमाओं पर चल रही भारी सैन्य गतिविधियों को देखते हुए इस टनल की भूमिका बेहद अहम मानी जा रही है। वहीं इस टनल के बन जाने से लोगों की 30 साल की पुरानी मांग भी पूरी हो जाएगी। गौरतलब है कि कारगिल, द्रास और लद्दाख की जनता द्वारा बीते 30 साल से जोजिला टनल का निर्माण शुरू करने की मांग की जा रही है। माना जा रहा है कि इस सुरंग के बन जाने से एनएच-1 पर बर्फीले तूफानों से होने वाले हादसों में भी कमी आएगी। यात्री इसके जरिए सुरक्षित यात्रा कर सकेंगे।
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