अभी-अभी हुआ इस्तीफा: लालू के करीबी ने छोड़ा साथ, पार्टी में मची हलचल

बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को एक बड़ा झटका लगा है। चुनाव से पहले पार्टी के पांच विधान पार्षद ने आज राजद का हाथ छोड़कर नीतीश कुमार की पार्टी जदयू का दामन थाम लिया है।

Update: 2020-06-23 08:36 GMT

पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को एक बड़ा झटका लगा है। चुनाव से पहले पार्टी के पांच विधान पार्षद ने आज राजद का हाथ छोड़कर नीतीश कुमार की पार्टी जदयू का दामन थाम लिया है। जो विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) जदयू में शामिल हुए हैं, उनमें राधाचरण सेठ, दिलीप राय, कमरे आलम, संजय प्रसाद, रणविजय राय का नाम शामिल है। इसके अलावा RJD के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जो पार्टी के लिए एक और झटका है।

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नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में शामिल हुए लालू के करीबी

पांचो एमएलसी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में शामिल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि RJD से इस्तीफा देने वाले सभी MLC लालू प्रसाद की करीबी हैं। जानकारी के मुताबिक, यह सभी एमएलसी RJD की मौजूदा वंशवाद की राजनीति और तेजस्वी यादव के नेतृत्व से परेशान थे। दरअसल, बिहार में सात जुलाई को विधान परिषद चुनाव होने वाले हैं और ऐसा माना जा रहा है कि तेज प्रताप यादव को प्रत्याशी चुना जा सकता है।

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इस वजह से छोड़ा पार्टी का साथ

वहीं विधायकों की मौजूदा संख्या के आधार पर आरजेडी की नौ सीटों में से तीन सीटों पर जीत पक्की मानी जा रही है। ऐसे में कई नेता तेज प्रताप यादव को विधान परिषद भेजे जाने से नाराज हैं। इन्हीं नाराज नेताओं ने पार्टी छोड़ी है और अब विपक्षी पार्टी यानी नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में शामिल हो गए हैं। विधान परिषद के नौ सीटों पर तीन आरजेडी और एक कांग्रेस का सदस्य चुना जाना तय है।

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राजद के लिए एमएलसी का इस्तीफा बड़ा झटका

बिहार में विधान परिषद की नौ सीटों पर चुनाव होने वाले हैं। इन सीटों पर मंत्री अशोक चौधरी, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हारुण रसीद, सोनेलाल मेहता, कृष्ण कुमार सिंह, राधामोहन शर्मा, सतीश कुमार, हीरा प्रसाद बिंद, पीके शाही, और संजय प्रकाश का कार्यकाल मई के पहले हफ्ते में ही पूरा हो चुका है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विधापरिषद का चुनाव होना है। चुनाव से पहले एमएलसी के इस्तीफे के रूप में राजद को बड़ा झटका लगा है।

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