बंगाल में बीजेपी की बड़ी रणनीति, सूची पर भड़का असंतोष, इस्तीफे का ऐलान

जानकारों का कहना है कि बड़े चेहरों को उतारने के पीछे पार्टी की सोची समझी रणनीति है। पार्टी ने इस बार के विधानसभा चुनाव में 200 सीटों पर जीत का लक्ष्य रखा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को भी खड़गपुर में 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया।

Update:2021-03-15 11:44 IST
बंगाल में बीजेपी की बड़ी रणनीति, सूची पर भड़का असंतोष, इस्तीफे का ऐलान

अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में पहले और दूसरे चरण की लगभग सभी सीटों पर प्रमुख सियासी दलों ने अपने पत्ते खोल दिए हैं। तृणमूल कांग्रेस की ओर से 291 प्रत्याशियों की घोषणा के बाद हर किसी को भाजपा की सूची का इंतजार था। रविवार को घोषित सूची में भाजपा ने चार सांसदों को भी चुनाव मैदान में उतार दिया है।

बंगाल में चार सांसदों को भी सियासी मैदान में उतारने के पीछे भाजपा की बड़ी रणनीति बताई जा रही है। दरअसल, ममता के खिलाफ सियासी जंग में भाजपा एक-एक सीट को काफी महत्व दे रही है। बड़े चेहरों के दम पर पार्टी चुनावी फिजां बनाना चाहती है।

सूची पर भड़का गुस्सा

हालांकि प्रत्याशियों के नाम के एलान के बाद पार्टी में असंतोष भी भड़क गया है। सूची में अपना नाम न देखने के बाद टिकट के कई दावेदारों ने नाराजगी जताते हुए प्रदर्शन भी किए। कई ने पार्टी से इस्तीफे का भी एलान कर दिया। इस्तीफा देने वालों में कोलकाता के पूर्व मेयर सोवन चटर्जी और बैशाखी बंदोपाध्याय भी शामिल है।

यह भी पढ़ें: JNU के बाद बंगाल की सियासत में आयशी, CPM ने इस सीट से चुनाव में उतारा

सियासी जानकारों का मानना है कि पार्टी की सोच है कि विधानसभा चुनाव में मैदान मारने के बाद बड़ा सियासी संदेश जाएगा। सांसदों के चुनाव जीतने की स्थिति में पार्टी अपनी मजबूत स्थिति का फायदा उठाकर फिर मैदान मारने में कामयाब हो जाएगी।

(फोटो- सोशल मीडिया)

चार सांसदों को मैदान में उतारा

भाजपा की ओर से रविवार को जारी की गई प्रत्याशियों की सूची में सबसे ज्यादा हैरानी की बात यह थी कि पार्टी ने चार सांसदों को भी विधायकी के चुनाव में मैदान में उतार दिया है। उतारे गए प्रत्याशियों में तीन लोकसभा के सदस्य हैं जबकि स्वप्न दासगुप्ता राज्यसभा के सदस्य हैं। इनमें केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो का भी नाम शामिल है। बाबुल सुप्रियो को टॉलीगंज विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया है।

भाजपा की लोकप्रिय सांसद मानी जाने वाली लॉकेट चटर्जी को चुरचुरा विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है। सांसद निशीथ प्रमाणिक को दिनहाता व राज्यसभा सांसद स्वप्न दासगुप्ता को हुगली के तारकेश्वर से चुनाव मैदान में उतारा गया है।

कई और बड़े चेहरों को टिकट

भाजपा की सूची में चार सांसदों के अलावा एक्टर-एक्ट्रेस और कई जाने पहचाने नाम हैं। पूर्व आर्थिक सलाहकार अशोक लाहिड़ी को अलीपुरद्वार सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया है जबकि एक्टर यश दासगुप्ता चंडीताला सीट से पार्टी के प्रत्याशी होंगे। अभिनेत्री से राजनेता बनी पायल सरकार को बेहला पूर्व विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है। पायल सरकार ने कुछ दिनों पूर्व ही पार्टी की सदस्यता ली है।

यह भी पढ़ें: कांग्रेस उम्मीदवारों के नामों का एलान, बंगाल चुनाव में उतारे ये दिग्गज, देखें पूरी लिस्ट

बंगाल चुनाव के लिए रविवार को पार्टी की ओर से 65 नामों की घोषणा की गई। इनमें से 27 उम्मीदवार की तीसरे चरण के हैं जबकि चौथे चरण के 38 प्रत्याशी घोषित किए गए हैं। रवींद्र नाथ भट्टाचार्य को सिंगूर से टिकट मिला है जबकि एक्ट्रेस तनुश्री चक्रवर्ती को हावड़ा श्यामपुर से मैदान में उतारा गया है।

(फोटो- सोशल मीडिया)

पार्टी की सोची-समझी रणनीति

जानकारों का कहना है कि बड़े चेहरों को उतारने के पीछे पार्टी की सोची समझी रणनीति है। पार्टी ने इस बार के विधानसभा चुनाव में 200 सीटों पर जीत का लक्ष्य रखा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को भी खड़गपुर में 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया।

पार्टी की ओर से भले ही बढ़-चढ़कर दावे किए जा रहे हों मगर भाजपा को भी पता है कि ममता सियासी नजरिए से इतनी कमजोर नहीं हैं। इसीलिए पार्टी एक-एक सीट पर फोकस कर रही हैं। पार्टी बड़े चेहरों को उतारकर चुनाव मैदान में विजय हासिल करना चाहती है। पार्टी को पता है कि बंगाल की जीत का बड़ा सियासी संदेश जाएगा। पार्टी इसके बाद इस फिजां और संदेश के दम पर आगे भी मैदान मारने का सपना देख रही है।

यह भी पढ़ें: बंगाल चुनाव: भाजपा के टिकट पर इस सीट से ‘अंजना’, ‘अर्नब’ और ‘तनुश्री’ लड़ेंगे चुनाव

टिकट कटने से पार्टी में नाराजगी

हालांकि पार्टी की सूची घोषित किए जाने के बाद पार्टी में नाराजगी भी दिख रही है। लंबे समय से बेहला पूर्व विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे कोलकाता के पूर्व मेयर सोवन चटर्जी ने टिकट न मिलने के बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। भाजपा ने इस सीट पर सोवन की जगह अभिनेत्री पायल सरकार को चुनाव मैदान में उतारा है। बैसाखी बंदोपाध्याय ने भी टिकट न मिलने पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन

पूर्व आर्थिक सलाहकार अशोक लाहिड़ी को अलीपुरद्वार सीट और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले विशाल लामा को कलछीनी सीट से टिकट देने के खिलाफ भी गुस्सा भड़क उठा है। पार्टी के इस फैसले के खिलाफ स्थानीय नेता सड़कों पर उतर आए और उन्होंने प्रदर्शन भी किया। अब देखने वाली बात यह होगी कि पार्टी कार्यकर्ताओं के इस असंतोष से कैसे निपटती है।

यह भी पढ़ें: नंदीग्राम का डरावना इतिहास: कोई साधारण गांव नहीं, 14 साल पहले के हीरो ममता-सुवेंदु

दोस्तों देश और दुनिया की खबरों को तेजी से जानने के लिए बने रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलो करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News