यूपी सरकार जज या जल्लाद? विकास दुबे एनकाउंटर पर सांसद ने उठाए ये सवाल
कानपुर में दुर्दांत अपराधी विकास दूबे की शुक्रवार की सुबह एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में मौत पर जहां विपक्षी दल सरकार पर निशाना साध रहे हैं वहीं...
अम्बेडकरनगर: कानपुर में दुर्दांत अपराधी विकास दूबे की शुक्रवार की सुबह एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में मौत पर जहां विपक्षी दल सरकार पर निशाना साध रहे हैं वहीं अम्बेडकरनगर के सांसद रितेश पाण्डेय ने भी विकास दूबे के एनकाउंटर पर सरकार को आड़े हाथों लिया है। इसके साथ ही सांसद ने सरकार द्वारा पुनः लाॅकडाउन घोषित किये जाने की मंशा पर भी प्रश्न चिन्ह खड़ा किया है।
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सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट में सांसद रितेश पाण्डेय ने सवाल किया है कि आखिर अपराधी को अदालत में पेश क्यों नहीं किया गया। हमारा संविधान कानून के शासन का आश्वासन देता है जिसके तहत देश का कानून हर व्यक्ति पर समान रूप से लागू होता है चाहे वह सरकार हो या अपराधी हो। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब सरकार खुद ही जज, जूरी और जल्लाद बन जाये तो देश में न्याय पालिका की जरूरत ही क्या रह गयी है।
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लॉकडाउन पर भी उठाये सवाल
उन्होंने कहा कि अगर तीन महीने के लॉकडाउन से कोविड -19 की गति नहीं थमी तो तीन दिन के लॉकडाउन से सरकार को क्या अपेक्षा है। सरकार पर गम्भीर आरोप लगाने के सवाल पर जब भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सुरेश तिवारी से उनकी प्रतिक्रिया चाही गई तो उन्होंने कहा कि सांसद का पारिवारिक इतिहास ले लीजिए, उतने से ही अपराधियों के प्रति उनकी मंशा साफ हो जायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि सांसद बसपा के हैं, इसलिए वे ऐसी भाषा बोल रहे हैं।
रिपोर्ट: मनीष मिश्रा
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