Hapur News: ‘वाट्सऐप पिंक’ के झांसे में न आएं, फोन का एक्सेस खोने के साथ बैंक अकाउंट हो सकता है खाली

Hapur News: साइबर अपराधियों द्वारा भेजा गया यह क्रिम्सन मालवेयर है। इसे एपीके फाइल के जरिए भेजा जा रहा है। जो मोबाइल में हिडेन तरीके से इंस्टॉल हो जाती और साइबर अपराधी अपने अनुसार मोबाइल और वाट्सऐप को रिमोटली एक्सेस करते हैं।

Update: 2023-06-20 05:43 GMT
cyber expert (photo: soial media )

Hapur News: सावधान, इन दिनों साइबर अपराधी वाट्सऐप को पिंक करने के नाम पर लिंक भेज रहे हैं। इस झांसे में आकर एक क्लिक करते ही आपका मोबाइल किए इस लिंक के जरिए लाेगों के मोबाइल हैक किए जा रहे हैं। इससे डेटा लीक के साथ बैंकिंग फ्रॉड भी किए जा रहे। साइबर अपराधियों द्वारा भेजा गया यह क्रिम्सन मालवेयर है। इसे एपीके फाइल के जरिए भेजा जा रहा है। जो मोबाइल में हिडेन तरीके से इंस्टॉल हो जाती और साइबर अपराधी अपने अनुसार मोबाइल और वाट्सऐप को रिमोटली एक्सेस करते हैं। इन दिनों सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर वाट्सएप पिंक अपडेट के नाम से एक लिंक खूब शेयर हो रहा हैं।

साइबर थाने की पुलिस ने इस तरह के मैसेज से व्हाट्सएप्प यूजर्स को सतर्क रहने के लिए अलर्ट किया है। साइबर एक्सपर्ट विनीत मलिक की ओर से यूजर्स को चेतावनी जारी की गई है कि व्हाट्सएप्प यूजर्स व्हाट्सएप्प के कलर को चेंज करने के दावे पर कतई विश्वास न करें। पिंक अपडेट लिंक पर क्लिक ना करें।

यह दावा कर भेजे जा रहे मैसेज

साइबर फ्रॉड की ओर से दावा किए जा रहे है कि यह व्हाट्सएप्प का ऑफिशियल अपडेट है। हालांकि यह हैकर्स की तरफ से भेजा जाने वाला मालवेयर है। इसे- “Officially Whatsapp Launched Pink Whatsapp With Extra New Features Must Try this. https://pinkapp.xyz/?whatsapp “ इस तरह की टेक्स्ट के साथ भेजे जा रहे हैं। जहां क्लिक करते ही यूजर्स अपने अकाउंट से कंट्रोल खो देते हैं। मतलब उनका वाट्सऐप अकाउंट हैक हो जाता है। साथ ही फ्रॉड वाट्सऐप अपडेट वाली मालवेयर के जरिए मोबाइल फोन को भी हैक कर लेते हैं। इससे मनी वॉलेट के जरिए रुपये भी उड़ाए जा रहे हैं।

ऐसे मोबाइल फोन हो रहा हैक

साइबर एक्सपर्ट प्रभारी विनीत मलिक के अनुसार वाट्सऐप यूजर्स को वाट्सऐप पिंक वाली लिंक से सावधान रहने की जरूरत है। इस लिंक को वाट्सऐप ग्रुप में एपीके डाउनलोड लिंक की मदद से फैलाया जा रहा है। फ्रॉड की ओर से क्रिम्सन मालवेयर के जरिए मोबाइल में इंजेक्ट किया जाता है। इसके बाद मोबाइल पूरी तरह फ्रॉड की कंट्रोल में आ जाती है। इस मालवेयर के मोबाइल पर आने के बाद मोबाइल से उस मालवेयर को हटाना मुश्किल होता है। इसे रिसेट के जरिए या जानकार ही हटा सकते हैं। हापुड जनपद के कई लोगों के मोबाइल इस मालवेयर के जरिए हैक हो चुके हैं। इसकी शिकायत साइबर थाना प्रभारी से की गई है।

साइबर अपराधियों की ओर से पिंक वाट्सऐप के जरिए मालवेयर भेजे जा रहे है। इसपर क्लिक करने पर मोबाइल हैक हो रहे हैं। इससे सावधान रहने की जरूरत है। -विनीत मलिक, प्रभारी साइबर

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