शिवपाल यादव को लगा झटका! सपा के पत्र पर विधानसभा अध्यक्ष का बड़ा फैसला

उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी द्वारा शिवपाल सिंह यादव की विधानसभा सदस्यता निरस्त करने संबंधी याचिका को वापस कर दिया है।

Update: 2020-05-28 16:38 GMT

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी द्वारा शिवपाल सिंह यादव की विधानसभा सदस्यता निरस्त करने संबंधी याचिका को वापस कर दिया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चैधरी के बीती 23 मार्च को दिए गए प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने यह फैसला लिया है।

बीती 23 मार्च को नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चैधरी ने विधानसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा था कि आपके सम्मुख जो याचिका विचाराधीन है, उसमें पूरे प्रपत्र नहीं लगे हैं। शिवपाल यादव की सदस्यता समाप्त करने के लिए जो जरूरी प्रपत्र होते हैं, उसे हम आपके समक्ष प्रस्तुत भी नहीं कर सके हैं। इस कारण आपको निर्णय लेने में भी असुविधा हो रही है। इसीलिए इस याचिका को वापस कर दिया जाए।

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बता दें कि पिछले साल 4 सितंबर को समाजवादी पार्टी ने शिवपाल यादव की सदस्यता खत्म करने के लिए पत्र लिखा था। विधानसभा में विपक्ष के नेता और सपा के वरिष्ठ नेता रामगोविंद चैधरी की ओर से दलबदल विरोधी कानून के आधार पर शिवपाल यादव की सदस्यता निरस्त करने के लिए पत्र लिखा गया था।

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दरअसल 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले ही चाचा-भतीजे शिवपाल यादव व अखिलेश यादव के बीच खटास आ गई थी। समाजवादी पार्टी में अखिलेश यादव के साथ मनमुटाव बढ़ने पर शिवपाल यादव ने अलग होकर 2018 अगस्त में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बना ली थी, लेकिन तकनीकी तौर पर वह समाजवादी पार्टी से ही विधायक हैं। शिवपाल ने न तो उन्होंने सपा छोड़ी है और न ही अखिलेश ने उन्हें पार्टी से बाहर निकाला है। इसी के चलते वो उनकी विधायकी अभी तक बची हुई है।

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लोकसभा चुनाव में मायावती के साथ गठबंधन के बावजूद कोई सकरात्मक परिणाम न मिलने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के तेवर थोड़े नरम पड़ गए और सपा ने विधानसभा अध्यक्ष से शिवपाल के खिलाफ दी गई याचिका वापस लेने की गुहार लगाई थीं। अखिलेश के इस कदम के बाद से ही शिवपाल सिंह यादव की सपा में वापसी के कयास लगाये जाने लगे थे।

शिवपाल की वापसी के आसार उस समय और बढ़ गए थे जब होली में पैतृक गांव सैफई में दोनों नेता एक ही मंच पर थे और अखिलेश ने शिवपाल के पैर छुए थे। इसी दौरान शिवपाल ने मैनपुरी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा था कि उनकी तरफ से सुलह की पूरी गुंजाइश है। शिवपाल के इस बयान पर अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि शिवपाल का घर में स्वागत है। अगर वे आते हैं तो पार्टी में उन्हें आंख बंद कर शामिल कर लूंगा।

रिपोर्ट: मनीष श्रीवास्तव

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