Rampur News: आजम खान, पत्नी और बेटे अब्दुल्ला के साथ कोर्ट में हुए पेश
Rampur News: अब्दुल्लाह आजम खान के दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले में मंगलवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में आजम खान उनकी पत्नी डॉक्टर ताजीन फातिमा और अब्दुल्ला आजम खान तीनों कोर्ट में पेश हुए और दो गवाहों को भी आजम खान ने पेश किया।
Rampur News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब्दुल्लाह आजम खान के दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले में मंगलवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में आजम खान उनकी पत्नी डॉक्टर ताजीन फातिमा और अब्दुल्ला आजम खान तीनों कोर्ट में पेश हुए और दो गवाहों को भी आजम खान ने पेश किया। बरहाल इस मामले में काफी लंबी बहस चली। आजम खान, उनकी पत्नी और अब्दुल्ला आजम कई घंटे कोर्ट में मौजूद रहे। वहीं आजम खान के वकील जुबेर अहमद खान ने कहा कि अब्दुल्लाह आजम खान की सही डेट ऑफ बर्थ 30-9-90 बताई है, अब इस मामले की अगली सुनवाई 25 मई मुकर्रर की गई है।
वहीं अभियोजन अधिकारी अमरनाथ तिवारी ने बताया कि अब्दुल्लाह आजम खान के दो जन्म प्रमाण पत्र से संबंधित मामला माननीय न्यायालय में चल रहा है थाना गंज का है 420, 467, 468, 471, 120 बी आईपीसी व पत्रावली वाली सफाई साक्ष्य में चल रही है। आज सफाई साक्ष्य में नियत थी। बचाव पक्ष के द्वारा आज दो गवाहों को पेश किया गया अब्दुल करीम और तस्लीम को। उनकी गवाही हुई। सफाई साक्ष्य में अगली तिथि 25 तारीख को नियत की गई है। आज तीनों लोग आए थे आजम खान, अब्दुल्ला आजम खान और आजम खान की पत्नी ताजीन फातिमा तीनों लोग न्यायालय में आए थे।
आजम खान के के अधिवक्ता जुबेर अहमद खान ने बताया अब्दुल्लाह आजम खान के मैटर डिफेंस एविडेंस में चल रहा है। न्यायालय में मैटर पेंडिंग है इसमें बहुत ज्यादा कुछ कहना मुनासिब नहीं है लेकिन हमारा जो कहना है अब्दुल्लाह आजम खान साहब की जो पैदाइश की तारीख वह 30-9-90 है और पैदाइश के ठीक ढाई महीने बाद अब्दुल्लाह आजम खां के मामू अब्दुल मतीन साहब की शादी हुई थी उस शादी के अंदर वह ढाई महीने के थे और इस बात का पूरा साक्ष्य है और यह बात साफ जाहिर होती है उनके स्कूल के अंदर जो डेट ऑफ बर्थ लिखी हुई है वह जो गलत लिखी गई है। उनकी सही जो डेट ऑफ बर्थ है वह 30-9-90 है। कोर्ट में हमने इसी बात के सुबूत दिए हैं। मामला तो कोर्ट के अंदर पेंडिंग है उनके मामू की जो शादी हुई थी, उस शादी के सिलसिले में हमने सबूत दिया है उसके संबंध में गवाही हुई इससे साफ जाहिर है। अब्दुल्ला आजम दिसंबर 1990 में ढाई महीने के थे अब अगली तरीकज 2 दिन बाद की है।