सबसे बड़ा हमला: फिर कांप उठा ये देश, महामारी ने लिया भयंकर रूप
कोरोना वायरस महामारी का सबसे भयानक रूप चीन, अमेरिका, स्पेन, इटली के बाद अब रूस में हो रहा है। रूस में बीते 24 घंटों में अभी तक के सबसे ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं।
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी का सबसे भयानक रूप चीन, अमेरिका, स्पेन, इटली के बाद अब रूस में हो रहा है। रूस में बीते 24 घंटों में अभी तक के सबसे ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। यहां एक दिन में 10633 कोरोना मरीज का मामला सामने आया है। जिस स्थिति में अमेरिका को गिना जा रहा था, उसी स्थिति में आज रूस अपने कदम रखता दिखाई दे रहा है।
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हर दिन लगभग 1700 लोग भर्ती
रूस में अभी तक कोरोना वायरस के कुल 134,687 कोरोना मरीज हो गए हैं। वहीं महामारी कोरोना के मरीजों के संक्रमण के मामले में रूस दुनिया में सातवें नंबर पर हैं। अब तक रूस में 1280 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि रूस का मौतों का ये आकंड़ा अमेरिका, स्पेन, इटली जैसे देशों की तुलना में बहुत कम है।
इसके साथ ही रूस की राजधानी मॉस्को की हालत भी बहुत खराब है। यहां पर भी सबसे ज्यादा कोरोना वायरस के मरीज हैं। यहां का मेडिकल डिपार्टमेंट बुरी तरह से त्रस्त हो चुका है। मॉस्को में हर दिन लगभग 1700 लोग भर्ती हो रहे हैं।
राजधानी मॉस्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने शनिवार को कहा था कि हम सबको अभी बहुत ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। ताकि कोरोना वायरस से बचे रहें. हमारे यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या कम है, लेकिन संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
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2.50 लाख लोगों का कोरोना टेस्ट
आगे मेयर सर्गेई ने कहा कि राजधानी में 2 प्रतिशत मतलब लगभग 2.50 लाख लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा चुका है। मॉस्को में रविवार को ही 5948 कोरोना मरीज सामने आए। जिससे अब यहां शहर में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 68,606 हो गई है।
इसके साथ ही राजधानी मॉस्को में सख्ती से लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है। इस शहर में लगभग 1.20 करोड़ लोग अपने-अपने घरों में बंद हैं। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस के लोगों को चेतावनी दी है कि महामारी का सबसे बुरा दौर अभी बाकी है। इसलिए सुरक्षित रहें।
वहीं रूस के पीएम मिखाइल मिशुस्तिन कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। इसके बाद शुक्रवार को दूसरे वरिष्ठ मंत्री व्लादिमीर याकुशेव भी कोरोना वायरस से बीमार हो गए थे।
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लक्षण दिखाई नहीं दे रहे
लेकिन रूस में लगातार कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। रूसी सरकार ने देश में कोरोना टेस्ट कराने की संख्या को बढ़ाकर 40 हजार प्रतिदिन कर दिया है। ऐसे में जो लोग कोरोना संक्रमित निकल रहे हैं, उनमें लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं, ये एक बड़ी चुनौती है।
आगे व्लादिमीर पुतिन ने भी माना है कि उनके देश में प्रोटेक्टिव किट की बहुत कमी है। कुछ दिनों पहले पुतिन खुद मॉस्को के एक अस्पताल में हालात देखने गए थे।
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