बम-मिसाइले दाग रहा चीन: कांप उठे देश, युध्द के लिए दी चेतावनी
कोरोना वायरस के आज के समय में पूरी दुनिया परेशान है। चीन के वुहान से फैले इस वायरस ने दुनिया के हर देश को तबाही की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। ऐसे में चीन ने एक बार फिर 11 अप्रैल को पूरी दुनिया के सामने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के आज के समय में पूरी दुनिया परेशान है। चीन के वुहान से फैले इस वायरस ने दुनिया के हर देश को तबाही की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। ऐसे में चीन ने एक बार फिर 11 अप्रैल को पूरी दुनिया के सामने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। चीन की नौसेना ने रियलिस्टिक मैरीटाइम ऑपरेशंस में भाग लिया। इसके पहले लगभग 10 दिन पहले भी चीन एक अनजान जगह पर सैन्य युद्धाभ्यास किया था। जिसके कारण पड़ोसी देश चिंता में आ गए थे। चीन के मिलिट्री ड्रिलों से सबसे ज्यादा जापान और ताइवान परेशान हैं। यहां की जनता के दिलों में हमेशा खौफ बना रहता है।
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सैकड़ों बम-गोले, मिसाइलें और गाइडेड मिसाइलों का परीक्षण
लेकिन इस बार चीन ने दक्षिण चीन के समुद्री इलाके में गाइडेड मिसाइल से लैस यूलिन और सूचांग युद्धपोत से मिसाइल दागी। दोनों युद्धपोतों से सैकड़ों बम-गोले, मिसाइलें और गाइडेड मिसाइलों का परीक्षण किया गया।
चीन की नौसेना ने इस युद्धाभ्यास में फॉर्मेशन मैन्यूवर, लाइव फायर ऑपरेशंस, एंटी-सबमरीन वॉरफेयर, ज्वाइंट सॉल्वेज जैसे काम किए। चीन की सेना की आधिकारिक साइट ने इसकी तस्वीरें चीन के सरकारी मीडिया को दी हैं।
नक्शे के मुताबिक, चीन के दक्षिणी इलाके के पास स्थित समुद्र में ही मौजूद हैं जापान और ताइवान। दोनों देशों को डर है कि कहीं चीन कोरोना वायरस का सहारा लेकर हमारे ऊपर हमला न कर दे। चीन के युद्धाभ्यास को देखते हुए जापान ने चीन से सटे अपने मियाकोजिमा द्वीप पर मिसाइलें और 340 सैनिक तैनात कर दिए हैं।
कोरोना संकट का फायदा उठाकर हमला न कर दे
ऐसे में ताइवान ने भी आरोप लगाया है कि चीन ने उसके एयरस्पेस में अपने फाइटर जेट भेजे। ये घटना भी 29 मार्च 2020 की रात की है। इसके बाद ताईवान की एयरफोर्स के विमानों ने उन्हें भगाया।
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इसके बाद चीन ने फिर ताइवान को भड़काने के लिए फाइटर जेट भेजे थे। जिसके बाद ताइवान को अपने लड़ाकू विमानों को इनके पीछे भेजना पड़ा।
इसके बाद ताइवान ने भी अपने शहरी इलाकों में टैंकों के साथ अभ्यास किया। इसके बाद, अब दुनियाभर के रक्षा विशेषज्ञों को लग रहा है कि जापान और ताइवान को डर है कि कहीं चीन कोरोना संकट का फायदा उठाकर हमला न कर दे।
मिसाइल विदेशी खरीदारों के दिए जाएंगे
अब ये खबर आई है कि उत्तरी कोरिया (नॉर्थ कोरिया) ने भी 29 मार्च 2020 की रात सुपरलार्ज मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर का सफल परीक्षण किया है। उत्तर कोरिया कोरोना वायरस से जूझ रही दुनिया को परेशान करने के लिए बीते एक महीने में चार परीक्षण किए हैं।
साथ ही चीन ने 29 मार्च 2020 को ही अत्याधुनिक पोर्टेबल एंटी टैंक मिसाइल का एक्सपोर्ट करने की अनुमति भी दी है। इसका परीक्षण भी रविवार को ही किया गया था। जानकारी के अनुसार बुधवार तक ये मिसाइल विदेशी खरीदारों के दिए जाएंगे। ऐसे में देखकर तो ऐसा लग रहा कि चीन में कोरोना वायरस से मची तबाही का कोई फर्क ही नही पड़ा।
चीन की इन बम-मिसाइल की तैयारियों को देखकर तो ऐसा लगता है कि चीन फिर से किसी नई साजिश का जाल बुन रहा है। कोरोना के संकट से दुनियाभर के देश अभी उभर नहीं पाए हैं, ऐसे में चीन इन्ही हालातों का कहीं फायदा उठाने की तो नहीं सोच रहा।
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