गाय के इस चीज से होगा कोरोना का इलाज, अमेरिकी कंपनी ने खोजी दवा

कोरोना वायरस को समाप्त करने के लिए वैज्ञानिकों एक इलाज खोजा है। गाय के शरीर में यह इलाज है। गाय के शरीर के एंटीबॉडीज का इस्तेमाल कर कोरोना वायरस को समाप्त करने में सफलता मिल सकती है।

Update:2020-06-08 19:40 IST

नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। देश में सोमवार तक संक्रमितों की संख्या ढाई लाख के आंकड़े को पार कर चुकी है। साथ ही कोरोना से मरने वालों की संख्या भी 7153 पर पहुंच गई है। तो वहीं दुनियाभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 70 लाख से ज्यादा हो गई और 4 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

दुनिया में तांडव मचा रही इस महामारी की अभी तक कोई दवा नहीं पाई है। वैज्ञानिक दिन रात कोरोना वायरस की वैक्सीन की खोज में लगे हुए हैं। अब कोरोना वायरस को समाप्त करने के लिए वैज्ञानिकों एक इलाज खोजा है। गाय के शरीर में यह इलाज है। गाय के शरीर के एंटीबॉडीज का इस्तेमाल कर कोरोना वायरस को समाप्त करने में सफलता मिल सकती है। अमेरिका की एक बायोटेक कंपनी ने यह दावा किया है।

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अमेरिकी बायेटेक कंपनी सैब बायोथेराप्यूटिक्स ने बताया कि जेनेटिकली मॉडीफाइड गायों के शरीर से एंटीबॉडी निकाल कर उनसे कोरोना महामारी को खत्म करने की दवा को बनाया जा सकता है। कंपनी जल्द ही इसका क्लीनिकल ट्रायल शुरू करने जा रही है।

जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी में संक्रामक बीमारियों के फिजिशियन अमेश अदाल्जा ने इस दावे को बेहद सकारात्मक, भरोसा देने वाला और आशाजनक बताया है। उन्होंने कहा कि हमें कोरोना वायरस को हराने के लिए ऐसे विभिन्न हथियारों की आवश्यकता पड़ेगी।

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वैज्ञानिक आमतौर पर एंटीबॉडीज की जांच पड़ताल प्रयोगशालाओं में कल्चर की गईं कोशिकाओं या फिर तंबाकू के पौधे पर करते हैं, बायोथेराप्यूटिक्स 20 साल से गायों के खुरों में एंटीबॉडीज को विकसित कर रही है।

कंपनी गायों में इसलिए जेनेटिक बदलाव करती है ताकि उनके इम्यून सेल्स (प्रतिरोधक कोशिकाएं) को और ज्यादा विकसित किया जा सके। खतरनाक बीमारियों से लड़ सकें। साथ ही ये गाय ज्यादा मात्रा में एंटीबॉडीज बनाती हैं जिनका उपयोग इंसानों को ठीक करने में हो सकता है।

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पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी के इम्यूनोलॉजिस्ट विलियम क्लिमस्त्रा का कहना है कि इस कंपनी के गायों की एंटीबॉडीज में कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन को खत्म करने की ताकत है। गाय अपने आप में एक बायोरिएक्टर है। उन्होंने बताया कि वह खतरनात से खतरनात बीमारियों से टकराने के लिए भारी मात्रा में एंटीबॉडीज बनाती है।

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