फेसबुक ने की बड़ी गलती: किया इस फीचर का यूज़, देना होगा 25 खरब का जुर्माना

सोशल मीडिया को यूज़ करने में जितना मजा आता है, उतना ही इसे संभल कर भी यूज़ करना चाहिए। क्योंकि कभी-कभी इसकी वजह से किसी की प्राइवेट लाइफ भी खराब हो जाती है।

Update: 2023-09-06 10:37 GMT

नई दिल्ली: सोशल मीडिया को यूज़ करने में जितना मजा आता है, उतना ही इसे संभल कर भी यूज़ करना चाहिए। क्योंकि कभी-कभी इसकी वजह से किसी की प्राइवेट लाइफ भी खराब हो जाती है। आप इस पर अपनी पर्सनल चीजें शेयर करते हैं और किसी ने इसका गलत यूज़ करके आपको मुसीबत में डाला दिया हो। तो आपका इस पर से ट्रस्ट उठ जाता हैं। ऐसा ही कुछ सुनने को मिला अमेरिका से जहां पर एक अदालत ने फेसबुक की उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें उस पर डेटा के कथित दुरुपयोग के खिलाफ 3500 करोड़ डॉलर जुर्माने का मुकदमा दायर किया गया था।

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फेशियल रिकग्निशन का डाटा हुआ गलत यूज़

असल में फेसबुक द्वारा इलिनोइ के लोगों के फेशियल रिकग्निशन (चेहरा पहचानना) संबंधी डेटा के कथित दुरुपयोग की बात सामने आई थी। रिपोर्ट के अनुसार, सैन फ्रांसिस्को में नौ सर्किट वाले जजों की तीन न्यायाधीशीय पैनल ने फेसबुक की याचिका को खारिज कर दिया है। अब मामले की सुनवाई तभी होगी, जब सुप्रीम कोर्ट हस्तक्षेप करेगा।

रिपोर्ट में कहा गया कि मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि इलिनोइ के नागरिकों ने अपलोड किए गए अपने फोटो के फेशियल रिकग्निशन संबंधित स्कैन करने की अनुमति नहीं दी और ना ही उन्हें इस बात की जानकारी दी गई थी कि 2011 में मैपिंग शुरू होने पर डेटा कितनी देर तक सुरक्षित रहेगा।

फेसबुक को 70 लाख लोगों के हिसाब से प्रतिव्यक्ति 1000 से 5000 डॉलर जुर्माने के तौर पर देना होगा, ऐसे में उस पर लगे जुर्माने की राशि 3500 करोड़ डॉलर यानी कि करीब 25 खरब तक होगी।

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2011 में शुरू हुआ था फेशियल रिकग्निशन का फीचर

फेसबुक ने साल 2011 में फेशियल रिकग्निशन संबंधित स्कैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमान शुरू किया था, जिसमें फेसबुक के यूज़र्स से पूछा जाता है कि उनके अपलोड की गई फोटो में जो लोग टैग किए गए हैं, उन्हें वह जानते हैं या नहीं।

जजों ने कहा कि फेशियल रिकग्निशन संबंधित स्कैन तकनीक लोगों के निजता पर हमला है। कोर्ट के डाक्यूमेंट्स के अनुसार, फेसबुक की फेशियल रिकग्निशन टेक्नोलॉजी इलिनोइ के बायोमेट्रिक इंफरेमेशन प्राइवेसी एक्ट (बीआईपीए) का उल्लंघन करता है।

फेसबुक ने बयान दिया है कि फेसबुक ने हमेशा लोगों को फेस रिकग्निशन तकनीक के उपयोग के बारे में बताया है और उन्हें इसे नियंत्रित करने के बारे में भी बताया गया है। फिलहाल हम अपने पास बचे विकल्पों की समीक्षा कर रहे हैं और अपना बचाव करते रहेंगे।

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Zuckerberg ने अपनी संपत्ति को लेकर कहा ये

फेसबुक के को-फाउंडर, चेयरमैन, CEO मार्क ज़करबर्ग ने कुछ समय पहले अपने कर्मचारियों के साथ एक टाउनहॉल मीटिंग की थी। इस मीटिंग में दुनिया के पांचवे सबसे अमीर शख्स ज़करबर्ग ने अपनी संपती को लेकर एक चौकाने वाली बात कही। 70 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक ज़करबर्ग ने कहा कि किसी के पास भी इतनी संपत्ति रखने का अधिकार नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 'मेरे पास कोई पैमाना नहीं है कि किसी के पास कितनी संपत्ति होनी चाहिए, लेकिन एक मुकाम पर पहुंचने के बाद किसी के पास भी इतना पैसा रखने का अधिकार नहीं होना चाहिए।'

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