Israel Hamas War: इजरायल से सीधे लड़ाई नहीं करेगा ईरान, हमास से कह दिया दो टूक

Israel Hamas War: ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने हमास के नेता इस्माइल हनीयेह के साथ तेहरान में आमने-सामने की बैठक में कहा कि उनका देश इज़राइल के साथ युद्ध में प्रवेश नहीं करेगा।

Written By :  Neel Mani Lal
Update: 2023-11-17 09:21 GMT

Iranian leader Khamenei and Hamas leader Ismail Haniyeh (photo: social media )

Israel Hamas War: ईरान ने फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास से साफ कह दिया है कि वह इजरायल के साथ सीधे युद्ध में नहीं पड़ेगा। ईरान को नाराजगी है कि हमास ने इजरायल पर हमला बोलने से पहले उसे कुछ नहीं बताया था।

तेहरान में हुई बैठक

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने हमास के नेता इस्माइल हनीयेह के साथ तेहरान में आमने-सामने की बैठक में कहा कि उनका देश इज़राइल के साथ युद्ध में प्रवेश नहीं करेगा। खामेनेई ने आतंकवादी समूह पर 7 अक्टूबर के हमलों की कोई पूर्व चेतावनी नहीं देने का आरोप लगाया।

अयातुल्ला अली खामेनेई ने इस्माइल हनीयेह से कहा कि ईरान - जो लंबे समय से हमास का समर्थक है - हमास को अपना राजनीतिक और नैतिक समर्थन देना जारी रखेगा, लेकिन सीधे हस्तक्षेप नहीं करेगा।

'इजराइल को देश मानना बंद कर दे, तो हम बीजेपी का समर्थन करेंगे', बोले मौलाना तौकीर रजा खान

हमास के एक अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि ईरान के सर्वोच्च नेता ने हनीयेह पर हमास की उन आवाजों को दबाने के लिए दबाव डाला, जो सार्वजनिक रूप से ईरान और उसके शक्तिशाली लेबनानी सहयोगी हिजबुल्लाह को इजरायल के खिलाफ लड़ाई में पूरी ताकत से शामिल होने के लिए कह रहे हैं।


हिजबुल्लाह भी हैरान

पिछले महीने इजरायल पर हमास के विनाशकारी हमले से हिजबुल्लाह भी आश्चर्यचकित रह गया था, जिसमें 1,200 इजरायली मारे गए थे। लेबनानी गुट के करीबी सूत्रों ने कहा कि इसके लड़ाके सीमा के पास के गांवों में भी अलर्ट पर नहीं थे, जो 2006 में इज़राइल के साथ युद्ध में अग्रिम पंक्ति में थे, और उन्हें तुरंत बुलाया जाना था।

Israel-Hamas War: गाजा में इजरायली सेना का जमीनी ऑपरेशन तेज, हमास के 150 आतंकियों को मार गिराने का दावा


हमला हुआ तभी जवाब देगा ईरान

ईरान ने तय किया है कि जब तक उस पर इजरायल या अमेरिका द्वारा हमला नहीं किया जाता है, तब तक वह सीधे तौर पर संघर्ष में हस्तक्षेप नहीं करेगा।

इसके बजाय, ईरान की योजना है कि पश्चिम एशिया में इजरायली और अमेरिकी ठिकानों पर रॉकेट और ड्रोन हमले शुरू करने के लिए हिजबुल्लाह सहित सशस्त्र सहयोगियों के अपने धुरी नेटवर्क का उपयोग जारी रखा जाए। यह रणनीति गाजा में हमास के लिए एकजुटता प्रदर्शित करने और इजरायल के साथ सीधे टकराव में शामिल हुए बिना इजरायली बलों को फंसाने का एक सुविचारित प्रयास है, जो अमेरिका को भी आकर्षित कर सकता है।


Israel-Hamas War: इजरायल युद्ध में नया मोड़, अमेरिका ने न्यूक्लियर पनडुब्बी भेजी, जबर्दस्त तैयारी

हिजबुल्लाह की रणनीति

ईरान की तर्ज पर हिजबुल्लाह ने भी इजरायल और अमेरिकासे पूर्ण टकराव से परहेज किया है। इसकी सोच से परिचित लोगों के अनुसार, हिजबुल्लाह ने अपने हमलों को इस तरह से कैलिब्रेट किया है कि लड़ाई सीमा पर क्षेत्र की एक पतली पट्टी तक सीमित रहे। हमास चाहता था कि हिज़्बुल्लाह अपने विशाल रॉकेट शस्त्रागार के साथ इज़राइल में अधिक गहराई तक हमला करे, लेकिन हिज़्बुल्लाह का मानना था कि इससे इज़राइल गाजा पर अपने हमले को रोके बिना लेबनान को बर्बाद कर देगा।हिज़्बुल्लाह, जो एक लेबनानी सरकारी मामलों में गहराई से शामिल है, जानता है कि लेबनान इज़राइल के साथ एक और युद्ध बर्दाश्त नहीं कर सकता है। लेबनान चार साल से अधिक समय से वित्तीय संकट में है, यहां भीषण गरीबी है और देश के सरकारी संस्थान खोखले हो गए हैं।

Tags:    

Similar News