तबाही की कगार पर उत्तर कोरिया, देश को बचाने के लिए तानाशाह ने चीन से मांगी मदद
कोरोना से सफलतापूर्वक निपटने के लिए नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तारीफ की है। किम जोंग ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को एक निजी संदेश भी भेजा है।
नई दिल्ली: कोरोना से सफलतापूर्वक निपटने के लिए नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तारीफ की है। किम जोंग ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को एक निजी संदेश भी भेजा है, इसकी जानकारी उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने दी है। इसके साथ ही ऐसा कहा जा रहा है कि उत्तर कोरिया ने चीन से देश को बचाने के लिए मदद भी मांगी है। दरअसल, कोरोना की वजह से उत्तर कोरिया की अर्थव्यवस्था काफी ज्यादा प्रभावित हुई है।
उत्तरी कोरिया की इकोनॉमी पर कोरोना की मार
वहीं इससे पहले दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी द्वारा ये खुलासा किया गया था कि कोरोना वायरस की वजह से उत्तरी कोरिया की इकोनॉमी बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। जो कि पहले से ही कई तरह के संकट का सामना कर रही है। बता दें कि चीन उत्तर कोरिया का खास सहयोगी और आर्थिक साझेदार है। उत्तर कोरिया का 90 पर्सेंट बिजनेस चीन के साथ ही होता है।
यह भी पढ़ें: लॉकडाउन के बादः जीना है कोविड-19 के संग
व्यापार शुरु करने के लिए सीमा खोल सकता है उत्तरी कोरिया
विश्लेषकों के मुताबिक, चीन में अब कोरोना वायरस की महामारी नियंत्रण में आ रही है। ऐसे में अब उत्तर कोरिया व्यापार को फिर से शुरु करने के लिए चीन से लगी अपनी सीमा को खोलने का फैसला ले सकता है। आपको बता दें कि उत्तर कोरिया द्वारा कोरोना वायरस की शुरुआत होते ही चीन से लगी सीमा को बंद कर दिया गया था।
कोरोना की जंग जीतने के लिए दी बधाई
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी का कहना है कि तानाशाह किम जोंग ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को भेजे निजी संदेश में कोरोना वायरस की लड़ाई को सफलतापूर्वक जीतने के लिए बधाई दी है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह मैसेज उन्होंने कब भेजा है।
यह भी पढ़ें: औरंगाबाद हादसा: शिवराज का बड़ा एलान, मृतक के परजिनों को लाखों देगी सरकार
दोनों देशों के बीच व्यापार में 55 फीसदी की गिरावट
दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी ने बंद कमरे में हुई एक बैठक के दौरान सांसदों को बताया कि 2020 की पहली तिमाही में चीन और उत्तर कोरिया के बीच व्पापार मे लगभग 55 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। सांसदों ने खुफिया एजेंसी का हवाला देते हुए बताया कि मार्च महीने में चीन और उत्तर कोरिया के बीच व्यापार में 91 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
उत्तरी कोरिया में कोरोना का एक भी मामला नहीं?
उत्तरी कोरिया ने कोरोना वायरस के प्रसार को फैलने से रोकने के लिए जनवरी में ही अपनी सीमाओं को बंद कर दिया था। साथ ही हजारों लोगों को क्वारनटीन भी किया गया था। उत्तर कोरिया का दावा है कि अभी तक देश में एक भी कोरोना का मामला सामने नहीं आया है। हालांकि उत्तर कोरिया के इस दावे पर कई विश्लेषकों ने शक जाहिर किया है।
यह भी पढ़ें: औरंगाबाद हादसे पर राहुल गांधी ने जताया दुख, कही दिल को छूने वाली बात
ये बात करते हैं कुछ और ही इशारे
दक्षिण कोरियाई के एक सांसद ने इसी हफ्ते कहा था कि हमारी इंटेलिजेंस उत्तर कोरिया में कोरोना के संक्रमण के फैलने की पुष्टि तो नहीं कर सकती लेकिन अचानक बढ़ती महंगाई, प्योंगयांग में अचानक से खरीदारी के लिए लोगों का जमा होना, और किम जोंग का कई दिनों तक पब्लिक में कम दिखाई देना, इस बात के संकेत हो सकते हैं कि वहां कोरोना वायरस फैला है।
शक के घेरे में उत्तर कोरिया
बता दें कि उत्तर कोरिया के पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया में भी कोरोना वायरस का संक्रमण फैल चुका है। वहां पर अब तक कोरोना के 10,882 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 256 लोगों की मौत हो चुकी है। पड़ोसी देश में फैले कोरोना की स्थिति देख उत्तर कोरिया का संक्रमण के ना फैलने का दावा शक के घेरे में है।
यह भी पढ़ें: मिले ये खतरनाक संकेत: भयावह होगा हाल, इस समय चरम पर पहुंचेगी महामारी
देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।