चीन की इंटरनेशनल बेइज्जती: घटिया ड्रोन पर भड़का ये देश, कहा ऐसी बात

चीन को एक बार फिर से इंटरनेशनल लेवल पर बेइज्जती का सामना कर पड़ गया है। दरअसल, नाइजीरिया में मेड इन चाइना (Made in China) ड्रोन दुर्घटना का शिकार हो गया।

Update: 2020-06-29 06:16 GMT

अबुजा: चीन को एक बार फिर से इंटरनेशनल लेवल पर बेइज्जती का सामना कर पड़ गया है। दरअसल, नाइजीरिया में मेड इन चाइना (Made in China) ड्रोन दुर्घटना का शिकार हो गया। इससे गुस्साए नाइजीरिया के सैन्य अधिकारियों ने चीन निर्मित ड्रोन को घटिया स्तर का बताया है, जिस पर ड्रैगन को बहुत गुमान था।

ड्रोन के जरिए अपनी ताकत दिखाना चाहता था चीन

बता दें कि चीन इस ड्रोन के जरिए अपनी ताकत दिखाना चाहता था, लेकिन इसी के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसे बेइज्जती झेलनी पड़ी है। चीन को अपने इस UAV CH-4 ड्रोन का बहुत गुमान था, जो चिकनाचुर हो गया। यहीं नहीं इस ड्रोन के जरिए ड्रैगन डिफेंस के साजोसामान और हथियार के धंधे को बड़ा करना चाहता था, जिसके लिए चीन ने कई छोटे देशों को भी यह ड्रोन बेचा था।

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इन देशों को बेचा था अपना ड्रोन, लेकिन...

चीन की तरफ से UAV CH-4 ड्रोन को पाकिस्तान, इराक, सउदी अरब, इजिप्ट जैसे देशों को बेचा गया था। लेकिन नाइजीरिया ने जब इस ड्रोन का इस्तेमाल करना शुरू किया तो यह ड्रोन दुर्घटनाग्रस्त हो गया और धड़ाम से जमीन पर आ गिरा और कई टुकड़ों में बंट गया। इस घटना के बारे में दुनिया को अल्जीरियन एयरफोर्स के ट्विटर हैंडल ने दी है।

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इससे पहले भी नाइजीरिया में दुर्घटनाग्रस्त हो चुका है चीनी ड्रोन

आपको बता दें कि यह तीसरा मौका है जब नाइजीरिया में मेड इन चाइना यूएवी ड्रोन दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। इससे पहले साल 2013 और 2014 में नाइजीरिया में चीन का ड्रोन लैंडिंग करते समय संतुलन खोकर जल उठा था। तब चीन ने उलटा सारी गलती नाइजीरिया पर ही डाल दी थी।

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चीन ने की थी अमेरिकी ड्रोन की नकल

आपको यह भी बता दें कि चीन ने इस ड्रोन को अमेरिकी ड्रोन की नकल कर तैयार किया था, लेकिन शायद ड्रैगन का ड्रोन टेक्नोलॉजी के मामले में अमेरिका से चूक गया। साल 2001 में चीन ने अमेरिका के एक ड्रोन की इमरजेंसी लैंडिग करा उसकी तकनीक के बारे में जानकारी तो हासिल कर ली, लेकिन जब इसके इस्तेमाल की बात आई तो इस मामले में चीन की भारी बेइज्जती हो गई।

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