ममता का कांग्रेस पर बड़ा हमला, राहुल BJP के लिए सबसे बड़ी TRP, विपक्ष का चेहरा बने तो फिर मोदी को नहीं हराया जा सकता
Mamata Banerjee News: ममता बनर्जी का कहना है कि भाजपा खुद राहुल गांधी को नेता बनाने में जुटी हुई है और इसीलिए वह संसद नहीं चलने दे रही है।
Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राहुल गांधी पर तंज कसते हुए ममता ने उनके नेतृत्व को भाजपा के लिए फायदेमंद तक बता डाला। उन्होंने कहा कि भाजपा खुद राहुल गांधी को नेता बनाने में जुटी हुई है और इसीलिए वह संसद नहीं चलने दे रही है।
विपक्षी दलों के बीच प्रधानमंत्री पद को लेकर चल रही खींचतान के मुद्दे पर ममता ने स्पष्ट तौर पर कहा कि यदि राहुल गांधी विपक्ष का चेहरा बने तो फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोई भी खराब नहीं कह पाएगा। ऐसी स्थिति में नरेंद्र मोदी को कोई हरा नहीं सकता। उन्होंने यहां तक कह डाला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए सबसे बड़ी टीआरपी राहुल गांधी खुद हैं। इसीलिए पूरी भाजपा राहुल गांधी को नेता बनाने में जुटी हुई है।
राहुल को नेता बनाने में जुटी है भाजपा
2024 के लोकसभा चुनाव की बिसात बिछाने के साथ ही ममता बनर्जी का यह बयान विपक्षी दलों के बीच खींचतान का बड़ा संकेत माना जा रहा है। ममता बनर्जी पहले ही आने वाले लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में लेफ्ट और कांग्रेस के साथ किसी भी प्रकार का गठबंधन न करने का ऐलान कर चुकी हैं। पश्चिम बंगाल में सागरदिघी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद उन्होंने भाजपा, कांग्रेस और लेफ्ट के बीच मिलीभगत का बड़ा आरोप लगाया था। अब उन्होंने राहुल गांधी को लेकर करारा तंज कसा है।
मुर्शिदाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं को वर्चुअल ढंग से संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि राहुल गांधी के विदेश में दिए गए बयान को लेकर संसद न चलने देने के पीछे भाजपा की सोची-समझी रणनीति है। उन्होंने कहा कि भला विदेश में दिए गए बयान को लेकर कहां हंगामा होता है मगर भाजपा जानबूझकर यह हंगामा कर रही है ताकि राहुल गांधी को नेता बनाया जा सके। राहुल गांधी यदि विपक्ष का चेहरा बने तो यह भाजपा के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। सच्चाई तो यह है कि नरेंद्र मोदी के लिए राहुल गांधी ही सबसे बड़ी टीआरपी हैं। राहुल गांधी के नेता बनने की स्थिति में भाजपा को कोई नहीं हरा सकता।
राहुल नेता बने तो मोदी को हराना नामुमकिन
पश्चिम बंगाल के सागरदिघी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी पर भी निशाना साधा। ममता ने कहा कि इस उपचुनाव में जीत हासिल करने के लिए अधीर रंजन चौधरी ने आरएसएस और सीपीएम के साथ मिलकर योजना तैयार की थी। कांग्रेस का मकसद किसी भी तरह टीएमसी के उम्मीदवार को हराना था। ऐसे लोग ही भाजपा के लिए मददगार की भूमिका निभा रहे हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के लोग चाहते हैं कि राहुल गांधी विपक्ष के नेता बने रहें ताकि नरेंद्र मोदी को चुनाव जीतने में आसानी हो सके। इसीलिए संसद में भाजपा की ओर से हंगामा किया जा रहा है ताकि राहुल गांधी लाइमलाइट में बने रहें। राहुल गांधी का नेता बनना आखिरकार भाजपा के लिए ही फायदेमंद साबित होगा। उन्होंने अडानी और एलआईसी के मुद्दे पर संसद में चर्चा कराने की भी मांग की। इसके साथ ही यह भी कहा कि हम यूनिफॉर्म सिविल कोड नहीं लागू होने देंगे।
कांग्रेस को बिग बॉस न बनने की नसीहत
ममता बनर्जी की ओर से राहुल गांधी पर किए गए इस बड़े हमले से साफ हो गया है कि आने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान वह कांग्रेस के साथ किसी भी प्रकार का समझौता करने के मूड में नहीं है। उन्होंने हाल में समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी मुलाकात की थी। टीएमसी नेताओं की हाल में हुई बैठक के दौरान भी क्षेत्रीय दलों का मजबूत मोर्चा बनाने पर जोर दिया गया था।
टीएमसी के वरिष्ठ नेता और सांसद सुदीप बंदोपाध्याय का कहना था कि ममता बनर्जी इस सिलसिले में विभिन्न प्रदेशों में ताकतवर क्षेत्रीय दलों के नेताओं के साथ जल्द चर्चा शुरू करेंगे। टीएमसी की ओर से कांग्रेस को बिग बॉस न बनने की नसीहत भी दी गई है। 23 मार्च को ममता बनर्जी की ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात भी होने वाली है। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच क्षेत्रीय दलों का मोर्चा बनाने पर चर्चा होगी।
गैर कांग्रेसी मोर्चा बनाना चाहती हैं ममता
ममता के इस रुख से साफ हो गया है कि वे गैर भाजपा और गैर कांग्रेसी तीसरा मोर्चा बनाना चाहती हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव भी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और बसपा के साथ किसी भी प्रकार का तालमेल गठबंधन न करने की बात कह चुके हैं।
सियासी जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में विपक्षी दलों के बीच पीएम चेहरे को लेकर खींचतान और तेज होगी जो कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आने वाले दिनों में काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।