नीतीश पर बोले शाह: नहीं बदलेगा फैसला, भले ही भाजपा को ज्यादा सीटें मिले

भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि अगर चुनाव नतीजों में भाजपा को जदयू से अधिक सीटें मिलीं तब भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे।

Update: 2020-10-17 14:56 GMT
नीतीश पर बोले शाह: नहीं बदलेगा फैसला, भले ही भाजपा को ज्यादा सीटें मिले

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी की ओर से बिहार में एनडीए के नेतृत्व को लेकर गलतफहमी दूर करने की कोशिश की गई है। गृहमंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का कहना है कि बिहार में एनडीए के नेतृत्व को लेकर किसी प्रकार का भ्रम नहीं होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि यदि चुनाव नतीजों में भाजपा को जदयू से अधिक सीटें मिलीं तब भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे। उन्होंने दावा किया कि बिहार में एनडीए दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाने में कामयाब होगा।

सीएम को लेकर शाह ने साफ किया रुख

बिहार में एनडीए के नेतृत्व को लेकर अमित शाह का यह महत्वपूर्ण बयान पहली बार आया है। उन्होंने एक समाचार चैनल से बातचीत करते हुए बिहार चुनाव को लेकर यह बड़ा दावा किया।

शाह के इस बयान को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान की ओर से लगातार दावे किए जा रहे हैं कि 10 नवंबर को चुनावी नतीजे आने के बाद भाजपा और लोजपा मिलकर सरकार बनाएंगे और मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी का होगा।

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(फोटो- सोशल मीडिया)

बहुत समझाने पर भी नहीं माने चिराग

बिहार के मुख्यमंत्री के संबंध में चिराग पासवान की ओर से की गई जा रही बयानबाजी पर भी अमित शाह ने भाजपा का रुख पूरी तरह साफ कर दिया।

उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए में शामिल लोजपा को गठबंधन में बनाए रखने के लिए हमने चिराग को बहुत समझाने की कोशिश की, लेकिन आखिरकार उनके रुख के कारण ही गठबंधन पर संकट आया। उन्होंने कहा कि हमने लोजपा को गठबंधन से बाहर नहीं किया बल्कि चिराग खुद गठबंधन तोड़कर इससे बाहर गए हैं। ‌



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एनडीए को दो तिहाई बहुमत मिलने का दावा

अमित शाह ने कहा कि राजनीति में ढेर सारी बातें होती हैं, लेकिन सार्वजनिक तौर पर जो कुछ सामने आता है उसे ही सच माना जाता है। उन्होंने बिहार में एनडीए को लेकर बड़ा दावा करते हुए कहा कि एनडीए को दो तिहाई बहुमत हासिल होगा और बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए की सरकार बनेगी।

इस कारण भाजपा ने अपना रुख स्पष्ट किया

दरअसल भाजपा को यह स्पष्टीकरण इसलिए देना पड़ा क्योंकि बिहार में भावी मुख्यमंत्री को लेकर ढेर सारी बातें हो रही हैं। सियासी हलकों में भाजपा और लोजपा के बीच भीतरी मिलीभगत की चर्चाएं भी तैर रही हैं। ऐसे में भाजपा जदयू से अपने रिश्ते को बनाए रखने के लिए किसी भी प्रकार की गलतफहमी नहीं पैदा होने देना चाहती।

यही कारण है कि अब भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की ओर से साफ किया गया है कि भाजपा के ज्यादा सीटें पाने पर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बनेंगे। सियासी जानकारों का कहना है कि इसके जरिए भाजपा बिहार में एनडीए में एकता का बड़ा सियासी संदेश देना चाहती है।

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(फोटो- ट्विटर)

मोदी भी पहले साफ कर चुके हैं स्टैंड

भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से पहले एनडीए की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की ओर से भी स्पष्ट किया जा चुका है कि जदयू और भाजपा में से किसी को भी कम या ज्यादा सीटें मिलें मगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही बनाया जाएगा। मोदी की ओर से यह स्पष्टीकरण दिए जाते समय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश कुमार भी मौजूद थे।

सीएम के चेहरे में कोई बदलाव नहीं

मोदी के इस बयान के बाद अब अमित शाह ने भी साफ कर दिया है कि भाजपा के अधिक सीटें पाने पर भी मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर कोई बदलाव नहीं होने वाला है।

एनडीए की ओर से सीएम का चेहरा नीतीश कुमार हैं और उन्हें ही एनडीए की ओर से अगला मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।

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(फोटो- ट्विटर)

चिराग के बयान से पैदा हुआ कंफ्यूजन

हाल के दिनों में लोजपा मुखिया चिराग पासवान मुख्यमंत्री पद और गठबंधन तोड़ने को लेकर अलग-अलग बातें करते रहे हैं। एक और उनका यह कहना है कि हम भाजपा के साथ मिलकर अगली सरकार बनाएंगे जिसमें भाजपा का मुख्यमंत्री होगा तो दूसरी ओर उन्होंने यह बात भी कही है कि गठबंधन से बाहर होने के मुद्दे पर उनकी भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ लगातार चर्चा हो रही थी।

हाल में चिराग ने यह भी कहा था कि हमने गठबंधन से बाहर आने का जो फैसला किया है, उसके बारे में भाजपा नेतृत्व को पूरी जानकारी थी। माना जा रहा है कि गृह मंत्री ने इसी कारण स्पष्टीकरण दिया है कि भाजपा ने चिराग को गठबंधन में बनाए रखने की पूरी कोशिश की मगर वे खुद गठबंधन तोड़कर बाहर निकल गए।

रिपोर्ट- अंशुमान तिवारी

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