यस बैंक से कर्ज लेने पर ईडी ने अंबानी को भेजा नोटिस, मिला ये जवाब

Update: 2020-03-16 10:10 GMT

नई दिल्ली: यस बैंक के मामले में रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी की मुश्किलें अब बढ़ती ही जा रही हैं। यस बैंक के मालिक राणा कपूर और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को अनिल अंबानी को समन भेजा है। ईडी ने कहा है कि एजेंसी यस बैंक के उन सभी कर्जदारों से पूछताछ करेगी, जिन्होंने राणा कपूर के कार्यकाल के दौरान लोन लिया था। अनिल के ग्रुप की कई कंपनियां उन बड़ी कंपनियों की लिस्ट में हैं, जिनको दिया गया कर्ज बैड लोन की लिस्ट में पहुंच गया। इन कंपनियों को यस बैंक ने कर्ज दिया था, जिसे कंपनियों द्वारा लौटाया नहीं गया।

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आज ईडी के दफ्तर नहीं पहुचेंगे अनिल अंबानी-

हालांकि अनिल अंबानी को आज ईडी के दफ्तर पहुंचने को कहा गया था। लेकिन वह आज ईडी के ऑफिस नहीं जायेंगे। खबरों के मुताबिक अनिल अंबानी ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पेशी से छूट मांगी है। ऐसे में उन्हें नई तारीख दी जा सकती है। अनिल अंबानी ग्रुप की कंपनियों ने यस बैंक से करीब 12800 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था, जो एनपीए में तब्दील हो गया।

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फिलहाल ईडी की कस्टडी में हैं राणा कपूर-

बता दें कि अधिकारियों के अनुसार अनिल अंबानी का बयान प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट के तहत रिकॉर्ड किया जाएगा। फिलहाल यस बैंक के प्रमोटर राणा कपूर ईडी की कस्टडी में हैं। ईडी ने राणा उनके परिवार और कई अन्य पर लोन दिलाकर 4300 करोड़ रुपये की रिश्वत का आरोप लगाया है।

गौरतलब है कि 6 मार्च को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया था कि यस बैंक से कर्ज लेने वालों में अनिल अंबानी ग्रुप, ऐस्सल, आईएलफएस, डीएचएफएल और वोडाफोन प्रमुख थे। अधिकारियों ने बताया कि उन सभी बड़ी कंपनियों के प्रमोटरों को बुलाया गया है जिनको दिए गए लोन एनपीए में तब्दील हुए।

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