Nuh Violence: नूंह हिंसाः अब फरीदाबाद भी आया हिंसा की चपेट में, धार्मिक स्थल में तोड़फोड़, लूटपाट के बाद भागे उपद्रवी

Nuh Violence: मंगलवार देर रात 40 से 50 असामाजिक तत्वों ने फरीदाबाद में धार्मिक स्थल पर हमला बोल दिया। धार्मिक स्थल का मुख्य दरवाजा सहित अंदर के शीशे के दरवाजे व खिड़कियों को ईंट-पत्थरों से तोड़ दिया।

Update: 2023-08-02 14:24 GMT
अब फरीदाबाद भी आया नूंह हिंसा की चपेट में धार्मिक स्थल में तोड़फोड़: Photo- Social Media

Nuh Violence: हरियाणा के नूंह से शुरू हुई हिंसा की आग शहर से शहर फैलती जा रही है। अब हिंसा की आग फरीदाबाद तक पहुंच गई है। नूंह में जलाभिषेक यात्रा के दौरान भड़की हिंसा की आग बुधवार को फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में भी पहुंच गई। करीब 40 से 50 असामाजिक तत्वों ने रघुवीर कॉलोनी और गांव मंझावली में बने धार्मिक स्थल पर हमला बोल दिया। पथराव कर एक जगह धार्मिक स्थल के दरवाजे व शीशे तोड़ दिए तो वहीं दूसरी जगह अंदर रखी धार्मिक किताबें व स्पीकर चुरा ले गए। इस घटना के बाद से गांवों में डर और तनाव का माहौल व्याप्त है। घटना के बाद दोनों जगह पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है।

जानकारी के मुताबिक रघुवीर कॉलोनी में स्थित शिव पार्वती मंदिर से कुछ ही दूरी पर धार्मिक स्थल बना हुआ है। मंगलवार देर रात 40 से 50 असामाजिक तत्वों ने यहां हमला बोल दिया और धार्मिक स्थल का मुख्य दरवाजा सहित अंदर के शीशे के दरवाजे व खिड़कियों को ईंट-पत्थरों से तोड़ दिया। वहीं धार्मिक स्थल के केयर टेकर राज मोहम्मद का कहना है कि रात के समय यहां एक लड़का रहता है। सभी असामाजिक तत्वों ने अपने चेहरे को ढका हुआ था और हमला कर दिया और धार्मिक स्थल के बाहर लगा बिजली का मीटर भी उखाड़ दिया।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस आते ही सभी असामाजिक तत्व मौके से फरार हो गए। वहीं घटना के बाद से धार्मिक स्थल के आसपास रहने वाले लोगों में दहशत है। उन्होंने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है। कुछ लोग तो बात करना भी नहीं चाहते है। कॉलोनी वासियों का कहना है कि अगर समय पर पुलिस नहीं आती तो कोई बड़ी घटना भी घटित हो सकती थी। घटना के बाद से दो पुलिसकर्मी धार्मिक स्थल के पास तैनात कर दिए गए हैं।

यहां भी हुआ हमला-

मंझावली गांव की सरपंच रेखा रानी ने बताया कि मंगलवार रात को अचानक से करीब 40 से 50 असामाजिक तत्व धार्मिक स्थल पर आ गए और धार्मिक स्थल के अंदर रखी किताबें व अन्य जरूरी सामान लेकर फरार हो गए। उनमें से कुछ असामाजिक तत्व गांव के हैं, तो कुछ बाहर से आए थे। सभी अपने चेहरे ढके हुए थे। वैसे तो गांव में माहौल अभी शांति प्रिय है, लेकिन ग्रामीणों को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं दोबारा न ऐसी कोई घटना हो जाए। इस मामले में थाना तिगांव प्रभारी दलबीर का कहना है कि गांव में शांति बनी हुई है।

घटना के बाद से पुलिसकर्मियों को मौके पर तैनात कर दिया गया है। उनके द्वारा समय समय पर फ्लैग मार्च भी निकाला जा रहा है। हम बराबर नजर बनाए हुए हैं। किसी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। जिन्होंने ऐसी हरकत की है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।

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