घाटी में आतंकी धमाका: स्टिम बम से उड़ाने की साजिश, सुरक्षाबलों ने किया अलर्ट

घाटी में दहशत फैलाने के लिए आतंकियों की एक बेहद खतरनाक साजिश का खुलासा हुआ है। यहां भारतीय सुरक्षाबलों के हाथ आतंकियों का अजीब सा हथियार लगा है। इस बम में आतंकी चुंबक के सहारे की भी वाहन में लगाया धमाका कर सकते हैं। ये बम वजन में भी काफी हल्का है। 

Update: 2021-03-19 11:39 GMT
जम्मू-कश्मीर में आतंकी खूनी साजिश और खौफ फैलाने की फिराक में है। ऐसे में आतंकियों ने अब एक अलग तरह के बम का उपयोग करना शुरू किया है।

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में आतंकी खूनी साजिश और खौफ फैलाने की फिराक में है। ऐसे में आतंकियों ने अब एक अलग तरह के बम का उपयोग करना शुरू किया है। इस आतंकी बम को स्टिम बम कहते हैं। इस बम में चुंबक लगा होता है। ये स्टिम बम इसलिए इतने ज्यादा खतरनाक हैं कि ऐसे आसानी से इन्हें चलते फिरते वाहनों में चुंबक के जरिए चिपकाकर धमाका किया जा सकता है। बता दें, ये स्टिकी बम साधारण आईडी(IED) होते हैं, जोकि मुट्ठी के आकार से बड़े भी नहीं होते। इन बमों में मैगनेट ,चिपकाने वाले पदार्थ के जरिये वाहन की साइड में या फिर फ्यूल टैंक के पास आसानी से लगाया जा सकता है। जिससे इन छोटे-छोटे बमों से बड़े धमाकों को अंजाम दिया जा सकता है।

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खतरनाक साजिश का खुलासा

घाटी में दहशत फैलाने के लिए आतंकियों की एक बेहद खतरनाक साजिश का खुलासा हुआ है। यहां भारतीय सुरक्षाबलों के हाथ आतंकियों का अजीब सा हथियार लगा है। इस बम में आतंकी चुंबक के सहारे की भी वाहन में लगाया धमाका कर सकते हैं। ये बम वजन में भी काफी हल्का है।

इसके साथ ही इस बम को चिपकाने के बाद इसे डेटोनेट किया जाता है, जिससे चिपकाने वाले को खतरा नहीं रहता। बीते कुछ महीनों में सुरक्षा बलों ने जम्मू कश्मीर के अलग-अलग इलाकों से स्टिक बम जब्त किए हैं। लेकिन खुशी की बात तो ये है कि अभी तक आतंकी इसके इस्तेमाल में कामयाब नहीं हो सके हैं।

फोटो-सोशल मीडिया

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स्टिक बम का इस्तेमाल

इससे पहले आतंकी हमले के लिए स्टिक बम का इस्तेमाल 13 फरवरी, 2012 को इजरायली एंबेसी की एक इनोवा कार पर हमले के लिए किया गया था। बता दें, इस हमले को एक बाइक सवार ने अंजाम दिया था। बाइक सवार ने इनोवा कार की पीछे की तरफ चलते हुए विस्फोटक चिपका दिया था।

इसलिए अगर रास्ते में गाड़ी की रफ्तार धीमी है, गाड़ी ट्रैफिक सिग्नल पर है या जाम में फंसी है तो गाड़ी के ड्राइवर को साइड और रियर व्यू मिरर पर निगाह बनाए रखे और लगातार चौकन्ना रहे। इसके साथ ही दिन की ड्यूटी की शुरुआत में ड्राइवर को गाड़ी का अच्छी तरह से मुआयना करना है और गाड़ी के हरेक कोने की जांच करनी चाहिए।

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