CM पद पर बीजेपी-शिवसेना में जंग, शरद पवार से मिले कांग्रेस के बड़े नेता
महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) और शिवसेना के बीच सियासी गतिरोध जारी है। बीजपी और शिवसेना के बीच 50-50 फॉर्मूले पर अब तक सहमति नहीं बन पाई। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल शनिवार को खत्म हो रहा है।
मुंबई: महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) और शिवसेना के बीच सियासी गतिरोध जारी है। बीजपी और शिवसेना के बीच 50-50 फॉर्मूले पर अब तक सहमति नहीं बन पाई। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल शनिवार को खत्म हो रहा है।
शरद पवार से मिले कांग्रेस नेता
बीजेपी-शिवसेना के बीच सीएम पद को लेकर जंग के बीच कांग्रेस नेता पृथ्वीराज और अशोक चव्हाण शरद पवार से मुलाकात की है। कांग्रेस और एनसीपी के बीच महाराष्ट्र में सरकार गठन पर चर्चा होने की संभावना है।
यह भी पढ़ें…SPG: सरकार ने क्यों लिया गांधी परिवार की सुरक्षा में कटौती का फैसला? यहां जानें
बाला साहेब की तरह सच के साथ खड़ा हूं: उद्धव
उद्धव ठाकरे ने शिवसेना भवन में प्रेस कांफ्रेंस कर देवेंद्र फडणवीस के आरोपों पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मैं बाला साहेब की तरह सच के साथ खड़ा हूं। वह मुझ पर झूठ बोलने के आरोप लग रहे हैं। अमित शाह बात करने मुंबई आए थे। मैंने मुख्यमंत्री पद को लेकर अमित शाह से स्पष्ट रूप से बात की थी। सबको पता है झूठ कौन बोल रहा है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि पदों और मुख्यमंत्री पद को लेकर 50-50 पर सहमति बनी थी। उन्होंने कहा कि मुझे इसपर सफाई देने की कोई जरूरत नहीं है।
यह भी पढ़ें…SPG: सरकार ने क्यों लिया गांधी परिवार की सुरक्षा में कटौती का फैसला? यहां जानें
उन्होंने कहा कि शिवसेना का सीएम होने के सपने को पूरा करने के लिए मुझे किसी की मदद की जरूरत नहीं है। हमारा काम बीजेपी जैसा नहीं। अमित शाह ने कहा था कि जिनकी ज्यादा सीट उनका सीएम। मैंने कहा कि मैं यह नहीं मानूंगा।
कांफ्रेंस में उद्धव ठाकरे ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस से ऐसे बयान की उम्मीद नहीं थी। बीजेपी क्यों भूल गई कि दुष्यंत चौटाल ने उनके लिए क्या-क्या कहा था।
उन्होंने कहा कि शिवसेना झूठ बोलने वालों की पार्टी नहीं है। मैंने कभी पीएम मोदी पर आरोप नहीं लगाए। शिवसेना प्रमुख ने कहा कि मैं बीजेपी वाला नहीं हूं। झूठ नहीं बोलता। मैं झूठ बोलने वालों से बात नहीं करता और मैंने कभी दुष्यंत चौटाला जैसी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया। उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमने कभी, अटल, आडवाणी और पीएम मोदी की आलोचना नहीं की।
उद्धव ने कहा कि मैं दुष्यंत चौटाला की तरह बात नहीं करता जैसे उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधा था। गंगा को साफ करते-करते उनका दिमाग गंदा हो गया है।
उन्होंने कहा कि मैं आरएसएस का सम्मान करता हूं। आरएसएस को फिर से सोचना चाहिए कि कैसा हिन्दुत्व चाहिए। हमने देखा है कि बीजेपी ने मणिपुर और गोवा में कैसे सरकार बनाई है। हमने उन्हीं से सीखा है, लेकिन हमने कभी झूठ बोलना नहीं सीखा।
यह भी पढ़ें…नोटबंदी के तीन साल! सड़क पर कांग्रेसी, राहुल ने कही ये बड़ी बात
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि मुझे अगर बीजेपी झूठा बोलेगी तो बर्दाश्त नहीं करूंगा, एनसीपी और कांग्रेस से बातचीत नहीं हुई। हमने कभी भी चर्चा बंद नहीं की थी, जब मुझे पता चला कि बीजेपी समझौते से हट रही है, तब हमने बातचीत बंद कर दी। उन्होंने कहा कि हमने हमेशा अपना रुख साफ किया, अब समय आ गया है कि बीजेपी सच बोले।
शिवसेना बना सकती है सरकार: संजय राउत
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने फडणवीस के बयानों पर जवाब दिया है। राउत ने कहा कि शिवसेना के कारण बात नहीं रुकी है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी के साथ '50-50' के फाॅर्मूले पर बात हुई थी।
एनसीपी मुखिया शरद पवार से संजय राउत ने मुलाकात की। इसके बाद संकेत दिए कि उनकी पार्टी सरकार बना सकती है।
50-50 पर मेरे सामने कभी कोई फैसला नहीं: फडणवीस
देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। सरकार गठन को लेकर जारी असमंजस के बीच फडणवीस बीजेपी के नेताओं के साथ राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने के लिए पहुंचे और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने के बाद फडणवीस ने प्रेस कांफ्रेंस किया।
यह भी पढ़ें…उद्धव ठाकरे बोले, बाला साहेब को दिया था वचन, एक दिन बनेगा शिवसेना का मुख्यमंत्री
फडणवीस ने प्रेस कांफ्रेस में शिवसेना को धन्यवाद कहा। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। मुझे महाराष्ट्र की सेवा करने का मौका मिला। मैं महाराष्ट्र, मोदी, शाह, नड्डा और हमारे सभी नेताओं का शुक्रगुज़ार हूं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना का नाम लिए बिना फडणवीस ने मुस्कराए और कहा कि सहयोगी को धन्यवाद।
फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र ने हमें लोकसभा चुनावों के दौरान एक बड़ा जनादेश दिया और यहां तक कि विधानसभा में भी हमें सहयोगी के रूप में चुनावों का सामना करना पड़ा और महागठबंधन को स्पष्ट जनादेश मिला। उन्होंने कहा कि हमने 160 से अधिक सीटें जीतने में सफलता पाई। बीजेपी 105 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी।
फडणवीस ने कहा कि ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई वादा नहीं किया गया था। मेरे सामने कभी भी ढाई साल सीएम पद को लेकर चर्चा नहीं हुई। उद्धव ने सरकार बनाने की बात कही थी। महाराष्ट्र में जनादेश गठबंधन को मिला था।
बीजेपी नेता ने कहा कि मैंने खुद फोन कर उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की थी। उद्धव ठाकरे के करीबी लोग बेवजह बयानबाजी कर रहे हैं। जब चुनाव साथ मिलकर लड़े थे तो फिर एनसीपी और कांग्रेस से चर्चा क्यों हो रही है?
फडणवीस ने कहा कि हमने उद्धव ठाकरे के साथ कई मुद्दों पर काम किया है, हालांकि इस बार मैंने उद्धव ठाकरे को फोन किया तो उन्होंने मुझसे बात नहीं की। शिवसेना और बीजेपी के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर 50-50 पर मेरे सामने कभी कोई फैसला नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, नितिन गडकरी से भी इस बारे में पूछा, लेकिन उन्होंने भी सीएम पर 50-50 फाॅर्मूले पर किसी भी तरह के फैसले से इंकार किया।
यह भी पढ़ें…दोस्त-दोस्त ना रहा! फडणवीस ने शिवसेना पर किया तीखा हमला
फडणवीस ने बताया कि इस्तीफे के बाद राज्यपाल ने एक्टिंग मुख्यमंत्री के तौर पर काम करते रहने को कहा है जबतक कोई नई व्यवस्था नहीं हो जाती है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन का सरकार न बनना जनादेश का अपमान है। यह गलत है।
फडणवीस ने कहा कि जनता पर दोबारा चुनाव थोपना गलत है। जनादेश मिलने पर सरकार न बना पाने का अफसोस है। कुछ लोग जानबूझकर बयान दे रहे हैं कि जैसे हमने विधायकों को अपने घेरे में रखा है। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वे साबित करें या फिर माफी मांगें।
फडणवीस ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हमने बाला साहेब और उद्धव ठाकरे के बारे में कभी गलत बात नहीं कही, मगर हमारे नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में काफी कुछ कहा गया। सरकार न बनाना जनादेश का अपमान है। खरीद-फरोख्त के झूठे आरोप लगाए गए।
उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे के करीबी लोग अलग-अलग बयानबाजी कर रहे हैं। लोगों ने महागठबंधन को वोट दिया था। हम मोदी जी के नेतृत्व में लोगों के पास गए थे। बीजेपी की जीत का स्ट्राइक रेट 70 फीसदी रहा है।
यह भी पढ़ें…यहां कलेक्टर-SP करतें हैं मंदिर में भगवान के सामने रिपोर्टिंग
फडणवीस ने कहा कि अगर ऐसी कोई बात होती तो हम बातचीत कर उसका हल निकाल लेते, लेकिन शिवसेना ने चर्चा करना नहीं चाहती। शिवसेना सिर्फ सीएम पद को लेकर बात करना चाहती है। मेरे उद्धव ठाकरे जी से बहुत अच्छे संबंध हैं। मैंने उनको फोन किया, लेकिन उन्होंने मेरे फोन का जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि चुनाव नतीजे आने के बाद ही शिवसेना ने तय कर लिया था कि वह एनसीपी-कांग्रेस के साथ सरकार बनाएगी।
फडणवीस ने शिवसेना पर गलतबयानी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नतीजे आने के बाद से ही शिवसेना के कुछ नेता जिस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, हम उससे सख्त भाषा में जवाब दे सकते हैं, लेकिन हमारी संस्कृति यह नहीं है।
उन्होंने कहा कि हम बाला साहब ठाकरे के खिलाफ कभी सोच भी नहीं सकते। यहां तक कि मोदी जी ने भी कभी उद्धव ठाकरे के खिलाफ कुछ नहीं कहा। उनपर व्यक्तिगत टिप्पणी की गई फिर भी हमने कभी कुछ नहीं कहा। इससे हमें बहुत दुख हुआ है।
शिवसेना जहां मुख्यमंत्री पद को लेकर 50-50 फॉर्मूला अपनाने को कह रही है, वहीं बीजेपी इस समझौते से इंकार कर रही है। विधानसभा का कार्यकाल शनिवार को खत्म हो रहा है, मगर अबतक तय नहीं हो सका है कि सरकार कौन बनाएगा।
खरीद-फरोख्त के आरोप साबित करे कांग्रेस:मुनगंटीवार
बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी ने खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए हैं। उन्हें 48 घंटे के भीतर इस आरोप को साबित करना चाहिए या महाराष्ट्र के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
होटल से शिफ्ट किए गये शिवसेना विधायक
शिवसेना ने अपने विधायकों को होटल रंगशारदा से किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट कर दिया है। इस काम के लिए रंगशारदा के बाहर दो बसें लगाई गई थी। जिसमें विधायक सवार होकर होटल से बाहर निकले थे।
हालांकि, अभी साफ नहीं है कि विधायकों को कहां शिफ्ट किया गया है। शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार ने कहा कि होटल में जगह कम है इसलिए हम दूसरे होटल में शिफ्ट में हो रहे हैं। एक रूम में तीन-तीन विधायक रूके हुए थे।
बीजेपी नेताओं ने गडकरी से की मुलाकात
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के घर पर जाकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, विनोद तावड़े, सुभाष देशमुख, संभाजी निलंगेकर-पाटिल ने मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक़ सरकार के गठन को लेकर उनके बीच बातचीत हुई है।
गठबंधन को तोड़ सकती है शिवसेना
मौजूदा सियासी हालात पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। सेना भवन में हुई इस बैठक में बीजेपी के साथ गठबंधन पर बातचीत हुई। सूत्रों का कहना है कि अगर बीजेपी से मामला नहीं सुलझता है तो शिवसेना गठबंधन को तोड़ देगी।
सुलह की कोशिश जारी
उधर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से संभाजी भिड़े ने मुलाकात की है। सूत्रों के मुताबिक़ सरकार के गठन को लेकर उनके बीच बातचीत हुई है।
विधायकों को करीब 25 करोड़ का ऑफर किया गया: नितिन राउत
महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता नितिन राउत ने कहा कि ऐसी खबरें हैं कि भाजपा के कुछ नेताओं ने पैसे के साथ कांग्रेस के कुछ विधायकों से संपर्क साधा है। कल हमारे एक या दो विधायकों को करीब 25 करोड़ का ऑफर किया गया। कर्नाटक में जिस तरह की हॉर्स ट्रेडिंग देखने को मिली, वैसा यहां न हो, इसके लिए हम पूरी कोशिश करेंगे।
राष्ट्रपति शासन की कोशिश में बीजेपी
शिवसेना ने साफ कर दिया है कि बीजेपी राज्य में राष्ट्रपति शासन की कोशिश में हैं। शिवसेना नेता संजय राऊत ने कहा कि उनकी लड़ाई जारी रहेगी। हालांकि सभी शिवसेना विधायक अभी होटल मे जमे हैं।
ये भी पढ़ें...कांग्रेस का समर्थन: महाराष्ट्र में शिवसेना-NCP मिलकर बना सकती हैं सरकार
खरीद फरोख्त से बचाने के लिए होटल में ठहराए गए विधायक
जैसे-जैसे दिन बीत रहा है, वैसे -वैसे शिवसेना और बीजेपी दोनों खेमों में हलचल बढ़ती ही जा रही है। दोनों तरफ बैठकों का दौर जारी है। शिवसेना ने तो अपने विधायकों को मुंबई के रंगशारदा होटल में रख दिया है ताकि किसी भी तरह की खरीद फरोख्त से वो बच सकें।
उद्धव नहीं उठा रहे हैं फडणवीस का फोन
सूत्रों की माने तो फडणवीस ने उद्धव ठाकरे को तीन बार फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। ऐसा कहा जा रहा है कि उद्धव देवेंद्र फडणवीस के नाम पर किसी भी तरह विचार करने को राजी नहीं हैं।
इसलिए सीएम पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच अभी भी पेंच फंसा हुआ है। इसको सुलझाने के लिए सीएम देवेंद्र फडणवीस लगातार अपनी कोशिशें कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें...महाराष्ट्र: सरकार बनाने को लेकर शिवसेना का बड़ा दावा, क्या होगा BJP का?
आधी रात होटल में मुलाकात
आदित्य ठाकरे गुरूवार रात लगभग 11 बजे अपने अपने घर से खुद कार ड्राइव कर होटल रंग शारदा पहुंचे थे। आदित्य ठाकरे के साथ ही शिवसेना के वरिष्ठ नेता रामदास कदम और एकनाथ शिंदे भी एक बार फिर से होटल रंग शारदा पहुंचे।
यहां पर तीनों नेताओं ने लगभग 90 मिनट तक अपने विधायकों के साथ बातचीत की थी। रामदास कदम और एकनाथ शिंदे एक बार पहले ही होटल आए थे और पार्टी विधायकों से मुलाकात कर निकल चुके थे, लेकिन जैसे ही आदित्य यहां आए, दोनों नेता एक बार फिर से होटल पहुंच गए।
लगभग डेढ़ घंटे तक तीनों नेताओं ने विधायकों से बातचीत की। लगभग पौने एक बजे रात आदित्य होटल से बाहर निकल गये।
इसलिए होटल भेजा है विधायकों को
शिवसेना ने अपने विधायकों को भले ही होटल भेज दिया हो, लेकिन पार्टी इसके पीछे खरीद-फरोख्त से इतर दूसरा तर्क देती है। पार्टी नेता संजय राउत ने कहा कि सभी विधायक मुंबई से बाहर के हैं, और उनके रहने के लिए जगह नहीं है, इसलिए उन्हें कहीं तो रखा जाना चाहिए था, इसलिए उन्हें होटल भेज दिया गया है।
उन्होंने कहा कि अगर कोई फैसला लेना होगा तो उद्धव ठाकरे को उन सभी से एक साथ बात करनी होगी, इसलिए एक स्थान पर विधायकों से बात करने में आसानी होगी।
बीजेपी ने अभी तक सरकार बनाने का दावा नहीं किया पेश
गुरुवार को बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात की थी। हालांकि, इस दौरान बीजेपी ने सरकार बनाने का दावा नहीं पेश किया। राज्यपाल से मुलाकात के बाद बीजेपी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलने पहुंचा।
महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल, आशीष शेलार, गिरीश महाजन ने राज्यपाल से हुई चर्चा के बारे में देवेंद्र फडणवीस को जानकारी दी। साथ ही शिवेसना की भूमिका पर भी बातचीत की।
ये भी पढ़ें...महाराष्ट्र: सीएम बनने के सवाल पर गडकरी बोले- दिल्ली में काम करना रहेगा जारी