अमेरिका: कोरोना से मरने वालों को दफनाने की जगह नहीं, अब हो रहा ऐसा

इस वक्त पूरी दुनिया में कोरोना का प्रकोप सबसे ज्यादा अमेरिका पर है। अमेरिका में कोरोना से मरने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बताया...

Update:2020-04-12 10:56 IST

नई दिल्ली: इस वक्त पूरी दुनिया में कोरोना का प्रकोप सबसे ज्यादा अमेरिका पर है। अमेरिका में कोरोना से मरने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बताया जा रहा है कि अमेरिका में इतनी ज्यादा मौतों के कारण लाशों को दफनाने के लिए अब जगह नहीं मिल रही है। वहां लोगों को दफनाने के लिए कब्रिस्तान कम पड़ रहे हैं।

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दिल दहला देने वाली तस्वीरें

अमेरिका का न्यूयॉर्क सबसे ज्यादा प्रभावित है। हाल ही में कुछ तस्वीरें और वीडियो सामने आए, जो इतने खतरनाक और भयावह हैं कि रूह कांप जाती है। न्यूयॉर्क में नए कब्रिस्तान बनाए जा रहे हैं, जिससे कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को वहां दफनाया जा सके।

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कुछ ऐसे हालात बन गए हैं

एक रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूयॉर्क के हार्ट आइलैंड पर एक सामूहिक कब्र बनाई गई है। वहां शवों को दफनाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, यहां उन लोगों को दफनाया जाता था जो लावारिस मिलते हैं या जिनके परिवार उनके फ्यूनरल का खर्च नहीं उठा सकते। लेकिन कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ने से शवों की संख्या में इतना इजाफा हुआ कि अब हालात मुश्किल हो रहे हैं। वहां के एक चैनल का कहना है कि पहले हफ्ते में एक दिन लाशें दफनाई जाती थीं लेकिन अब 5 दिन तक लगातार ऐसा किया जाता है।

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मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है

ड्रोन के कैमरे से मिली फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि कई लाशों को एक साथ दफनाया जा रहा है। ये तस्वीरें इतना विचलित करने वाली हैं कि किसी को भी कुछ देर के लिए मायूस कर दें। कोरोना महामारी से शहर में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है।

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ताबूत में बनाई जा रही पहचान

गौरतलब है कि द्वीप पर शवों को दफनाने के लिए पहले थैलियों में लपेटा जाता है फिर देवदार के ताबूत में रखा जाता है। हर ताबूत पर मृतक का नाम बड़े अक्षरों में लिखा गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर किसी भी मृतक के शरीर को दोबारा ढूंढने में मदद मिल सके। मशीनों से खोदी गई लंबी संकरी खाई में गाड़ियों से शवों को ले जाकर दफनाया जा रहा है।

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कब्र खोदने का काम अभी भी जारी

तस्वीरों में दिख रहा है कि कब्रें खोदने का काम चल रहा है। वहां सेफ सूट पहने श्रमिक लगे हुए हैं और शवों को ताबूतों में दफना रहे हैं। आम दिनों में इन कम वेतन वाले रीकर्स आइलैंड पर जेल के कैदी शवों को दफनाने का काम कर रहे थे लेकिन कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बाद दूसरे श्रमिकों को लगाया गया है।

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ऐसे दफनाने के अलावा नहीं कोई रास्ता

अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि उनके पास शहर के कब्रिस्तान में कोविड रोगियों के शवों को दफनाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है क्योंकि मरने वाले लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।

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अस्पतालों में नहीं है जगह

न्यूयॉर्क सिटी ने हाल ही में अपनी पॉलिसी बदली है। नई पॉलिसी के अंतर्गत मेडिकल परीक्षक केवल शव को 14 दिनों के लिए ही स्टोरेज में रख सकते हैं। इसके बाद उन्हें हार्ट आइलैंड में दफना दिया जाएगा। अस्पतालों में लाशें रखने के लिए भी अब जगह नहीं बची है इसलिए उन्हें रेफ्रिजेरेटेड ट्रकों में रखा जा रहा है।

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