प्रेक्षकों की रिपोर्ट से ममता के आरोपों की हवा निकली, अब भाजपा होगी हमलावर

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि उन पर चार पांच लोगों ने हमला किया और जानबूझकर उन्हें चोट पहुंचाई। तृणमूल कांग्रेस ममता की चोटों के बहाने बड़ा सहानुभूति कार्ड खेलने की तैयारी में जुटी हुई है।

Update:2021-03-14 10:22 IST
प्रेक्षकों की रिपोर्ट से ममता के आरोपों की हवा निकली, अब भाजपा होगी हमलावर (PC: social media)

अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली: नंदीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लगी चोट के संबंध में चुनाव आयोग के विशेष पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट से ममता के आरोपों की हवा निकलती नजर आ रही है। चुनाव आयोग के विशेष पर्यवेक्षकों विवेक दुबे और अजय नायक ने अपनी रिपोर्ट में साफ किया है कि ममता को प्रचार के दौरान हादसे में चोट लगी थी और उन पर हमले का कोई भी सबूत नहीं मिला।

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सहानुभूति कार्ड खेलने की तैयारी

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि उन पर चार पांच लोगों ने हमला किया और जानबूझकर उन्हें चोट पहुंचाई। तृणमूल कांग्रेस ममता की चोटों के बहाने बड़ा सहानुभूति कार्ड खेलने की तैयारी में जुटी हुई है।

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ममता बनर्जी जल्द ही फिर चुनाव प्रचार में उतरने वाली हैं और अस्पताल से जारी वीडियो में उन्होंने व्हीलचेयर पर प्रचार करने का की बात कही थी। ममता की चोट से टीएमसी को फायदा पहुंचने का दावा किया जा रहा है मगर आयोग के पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट से ममता का दांव उल्टा पड़ता नजर आ रहा है।

ममता पर हमले का सबूत नहीं

विशेष पर्यवेक्षकों की ओर से चुनाव आयोग को भेजी गई रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि ममता पर हमले का कोई सबूत नहीं मिला है। रिपोर्ट में यह भी बात कही गई है कि चोट लगने के समय ममता भारी पुलिस सुरक्षा में थीं। पर्यवेक्षकों के मुताबिक ऐसे में उन पर किसी भी प्रकार के हमले की कोई संभावना ही नहीं थी। पर्यवेक्षकों का कहना है कि ममता को हमले में नहीं बल्कि हादसे में ही चोट लगी थी।

नामांकन के बाद लगी थी ममता को चोट

ममता ने बुधवार को नंदीग्राम विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया था और उसके बाद ही उन्हें चोट लगी थी। इस घटना पर मचे सियासी बवाल के बाद चुनाव आयोग की ओर से राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की गई थी।

हालांकि राज्य सरकार की ओर से भेजी गई रिपोर्ट से चुनाव आयोग संतुष्ट नहीं था। आयोग की ओर से दो पर्यवेक्षकों की भी इस बाबत नियुक्ति की गई थी। आयोग के विशेष पर्यवेक्षकों ने शनिवार को घटनास्थल का दौरा किया और घटना के संबंध में बारीकी से जांच करने के बाद आयोग को रिपोर्ट भेजी।

मुख्य सचिव की रिपोर्ट पर जताई थी नाखुशी

राज्य के मुख्य सचिव अलापन बंदोपाध्याय की ओर से आयोग को भेजी गई रिपोर्ट में भी हमले का कोई जिक्र नहीं किया गया। मुख्य सचिव ने अपनी रिपोर्ट में घटना के कारणों का स्पष्ट ब्योरा भी नहीं दिया है।

उन्होंने घटनास्थल पर काफी भीड़ होने, सड़क के संकरी होने, सड़क किनारे लोहे का खंभा होने और ममता के बाहर निकले पैर में चोट लगने जैसी बातों का जिक्र किया है। आयोग ने मुख्य सचिव की रिपोर्ट पर नाखुशी जताई थी। आयोग का कहना था कि मुख्य सचिव की रिपोर्ट से यह भी स्पष्ट नहीं पता चल पा रहा है कि यह घटना कहां और किस तरह हुई और घटना के क्या कारण हैं।

टीएमसी का आक्रामक रुख

चोट लगने के बाद से ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी टीएमसी ने आक्रामक रुख अपना रखा है। ममता बनर्जी ने साफ तौर पर आरोप लगाया था कि मुझ पर चार-पांच लोगों ने हमला किया। उन्होंने घटना को साजिश करार देते हुए कहा था कि चार-पांच लोगों ने उन्हें धक्का दिया जिससे उन्हें पैर में चोट लगी।

टीएमसी नेताओं ने भी इस घटना को लेकर आयोग को घेरा था। नेताओं का आरोप था कि निर्वाचन आयोग ने भाजपा के इशारे पर ममता की सुरक्षा हटाई। टीएमसी की दलील थी कि ममता पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री हैं और चुनाव के एलान के बाद उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी आयोग की ही है।

लिहाजा हमले की जिम्मेदारी भी आयोग को लेनी ही होगी। टीएमसी का यह भी आरोप है कि ममता पर हमले की आशंकाओं के बावजूद आयोग की ओर से उनकी सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया।

भाजपा का तीखा जवाब

टीएमसी के इन आरोपों का भाजपा की ओर से भी तीखा जवाब दिया गया है। भाजपा नेताओं के दल ने भी आयोग से मुलाकात करके ममता की चोटों को नाटक करार दिया। उन्होंने घटना की जांच कराने की भी मांग की थी।

भाजपा का साफ तौर पर आरोप है कि ममता सहानुभूति बटोरने के लिए यह नाटक कर रही हैं। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी इसी तरह की बात कही है। उनका भी कहना है कि नंदीग्राम में अपनी कमजोर स्थिति को देखते हुए ममता बनर्जी ने यह ड्रामा किया है।

टीएमसी के आरोपों की हवा निकली

ममता की चोटों के बहाने लोगों की सहानुभूति जीतने की कोशिश में जुटी टीएमसी के आरोपों की अब हवा निकलती नजर आ रही है। विशेष पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट से साफ है की टीएमसी के आरोपों में कोई दम नहीं है।

सियासी जानकारों का मानना है कि अब भाजपा की ओर से अपनी जनसभाओं यह मुद्दा जोर-शोर से उठाया जाएगा और पार्टी की ओर से ममता बनर्जी को घेरने की पुरजोर कोशिश की जाएगी।

BJP-TMC (PC: social media)

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भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को पश्चिम बंगाल के दौरे पर पहुंच रहे हैं और माना जा रहा है कि दोनों नेता इसे लेकर ममता बनर्जी पर बड़ा हमला बोलेंगे।

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