कोरोना पर यहां दिखी लापरवाही, नहीं बरती जा रही सावधानी
कोरोना से बचाव के लिए केन्द्र सरकार से लेकर राज्य सरकारो तक तमाम जानकारियां दी जा रहीं हैं, लेकिन कर्मचारी इस महामारी को गंभीरता से न लेकर ब्लाक, पोस्ट आफिस व बैकों में कार्य कर रहें हैं।
रजनीश कुमार मिश्र बाराचवर (गाजीपुर)
गाजीपुर: कोरोना वायरस की वजह से करीब 140 देशों में आपातकाल की स्थिति बनी हुई हैं। वहीं भारत भी इससे अछूता नहीं रहा, भारत में करीब 300 सौ से ज्यादा लोग इस वायरस की वजह से प्रभावित हो चुके हैं। यह कोरोना वायरस प्रति मिनट लोगों को अपनी चपेट में ले भी रहा है।
इस वायरस से बचाव के लिए केन्द्र सरकार से लेकर राज्य सरकारो तक तमाम जानकारीयां दी जा रहीं हैं, लेकिन केन्द्र सरकार व राज्य सरकार के कर्मचारी इस महामारी को गंभीरता से न लेकर ब्लाक, पोस्ट आफिस व बैकों में कार्य कर रहें हैं। ऐसे कर्मचारी सरकार के तमाम व्यवस्थाओं पर सवालिया निशान खड़ा कर रहें हैं।
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ब्लॉक में कोरोना से बचाव के लिये नहीं दिखी व्यवस्था
जिसका जीता जागता उदाहरण गाजीपुर के विकासखंड बाराचवर में देखने को मिला, जहां पोस्ट ऑफिस, ब्लॉक, व बैंक कर्मचारी इस वायरस से बचाव के सारे नियमों को ताक पर रखकर कार्य कर रहे हैं।
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सारे नियम ताक पर रखकर हो रहा काम
ब्लॉक जैसे पब्लिक स्थानों में रोज सैकड़ों की भीड़ होती हैं। वहीं राज्य सरकार सभी कर्मचारियों को इस वायरस से बचने के लिए गाइडलाइन भी जारी कर चुका हैं। लेकिन सरकार के आदेशों को ताक पर रख सारे नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए शासन के तमाम उपायों का मजाक बनाकर कर्मचारी कार्य कर रहें हैं।
ब्लॉक पोस्ट ऑफिस व बैंक कर्मचारियों के पास ना ही मास्क हैं, ना ही सैनिटाइजर ऐसे कर्मचारी अपने विभाग पर ठीकरा फोड़ अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। इस बाबत जब अपना भारत की टीम बाराचवर मुख्य विकास अधिकारी का नंबर मांगा तो एडीओ मिठाईलाल ने देने से साफ मना कर दिया।
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एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहां कि हम लोगों को मास्क सरकार की तरफ से उपलब्ध नहीं कराया गया हैं। एडीओ मिठाई लाल ने कहां कि जब शासन की तरफ से मास्क दिया जाएगा तो लगाकर काम करेंगे।
किसी तरह नंबर लेकर विकास खंड अधिकारी से फोन पर बात किया गया तो सुशील कुमार सिंह ने फोन पर बताया कि सब को जागरूक किया जा रहा हैं। यहां के सभी कर्मचारी मास्क लगाकर बैठ रहें हैं, एक सवाल का जवाब देते हुए कहां कि क्षेत्र के लोगों को जागरूक भी किया जा रहा हैं।
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लेकिन इनके बातों की सच्चाई का पोल अपना भारत की टीम ने ब्लॉक में जाकर खोल दिया। जहां सारे कर्मचारी बिना मास्क लगाए ही कार्य कर रहें थे। ब्लॉक के ऑफिस में ना ही मास्क था ना ही सैनिटाइजर शासन के कर्मचारी ही, इस महामारी से बचाव के सारे नियमों को ताक पर रख कार्य करने में मशगूल थे।
पोस्ट आफिस व बैंक में भी देखी गई लापरवाही
केंद्र सरकार व राज्य सरकारें इस महामारी से बचने के लिए तमाम गाइडलाइन जारी कर चुकी हैं। इन नियमों को दरकिनार कर पोस्ट ऑफिस व बैंक के कर्मचारी बिना मास्क व सेनीटाइजर के काम करने में मशगूल थे। डाकघर व बैंकों में रोज सैकड़ों की भीड़ लग रहीं हैं। और एक के ऊपर एक लोग चढ़े हुए थे। ऐसे सरकारी कार्यालयों के कर्मचारी लापरवाही करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
यह हाल जिले के विकासखंड बाराचवर स्थित डाकघर की हैं। जहां पोस्ट आफिस के बड़े बाबु के साथ-साथ कोई भी कर्मचारी मास्क लगाकर नहीं बैठा था।
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गाजीपुर जिले का बाराचवर डाकघर के सीनियर ऑफिसर विजय कुमार ने कहां कि कोरोना से बचाव के लिए विभाग की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं किया गया हैं।और ना ही सैनिटाइजर दिया गया हैं, और ना ही मास्क सवाल के जवाब में कहां कि मास्क बाजार में मिल नहीं रहा हैं इसके लिए अपने उच्च अधिकारियों को कहां गया है।
यही स्थिति यूनियन बैंक आफ इंडिया में भी देखने को मिली जा सैकड़ों की भीड़ लगाए व एक के ऊपर एक उपभोक्ता चढ़े हुए थे। वहीं सारे बैंक कर्मी बिना कोई बचाव के हीं बैंक कार्य करने में मशगूल था। इनके पास ना ही कोई मास्क था ना ही किसी में दूरी इस महामारी से बचाव के सारे नियमों की धज्जियां बैंक में उड़ रही थी। बैंक मैनेजर कुलदीप सेंगर ने बताया कि मास्को की व्यवस्था नहीं है सैनिटाइजर उपलब्ध हैं। उनके बातों से अलग सच्चाई कुछ और ही बयां कर रहीं थी।
मास्क व सैनिटाइजर युक्त पशु चिकित्सालय
टीम जब पशु चिकित्सालय पहुंची तो वहां का नजारा कुछ और हीं था। पशु चिकित्सालय के सभी कर्मचारी मास्क लगाकर बैठे व कार्य कर रहें थे। अपना भारत टीम का सैनिटाइजर से हाथ भी साफ कराया गया।
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पशू चिकित्साधिकारी डॉक्टर हरबंश सिंह ने कहां कि पशु अस्पताल में मास्क व सैनिटाइजर की व्यवस्था हैं। यहां के सभी कर्मचारी सैनिटाइजर से हाथों को साफ करते हैं।
मास्क देख विदक रहें पशु, चिकित्सकों के उड़े होश
पशु चिकित्सालय के फार्मासिस्ट कमलेश यादव कहते हैं। कि जब पशुओं को लेकर इलाज कराने अस्पताल लोग आते हैं तब काफी विकट स्थिति उत्पन्न हो जाती हैं। क्योंकि जब मास्क लगाकर पशुओं का इलाज करते हैं, तो पशु हमें देख बिदक जाते हैं। और यहां से भागने लगते हैं और तो और पशु किसी के भी बस में नहीं होते फिर भी हम लोग मास्क लगाकर बड़े कठिनाइयों के साथ पशुओं का इलाज कर रहे हैं।
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थाने व पुलिस चौकी पर दिखी व्यवस्था
बड़ेसर थाने के एसआई जितेंद्र उपाध्याय ने बताया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए थाने व चौकी पर उचित व्यवस्था की गई हैं। वहीं फरियादियों के आने पर सैनिटाइजर से उनके हाथों को साफ कराया जा रहां हैं ।और इसके बचाव के लिए जागरूक भी किया जा रहां है ।ऐस आई जीतेंद्र उपाध्याय ने कहां कि क्षेत्र में इस महामारी से बचने के लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहां हैं। यहां के सारे पुलिसकर्मी क्षेत्र में मास्क लगाकर निकल रहें हैं।
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