पाकिस्तान से बचकर भागी लड़की, ये है इसकी हकीकत
खबर है कि उसे पाकिस्तानी अधिकारियों ने छुपकर जीने पर मजबूर कर दिया था। वह अगस्त में भागकर अमेरिका पहुंच गई और उसने अमेरिका से राजनीतिक शरण की मांग की है। इस युवती का नाम गुलालाई इस्माइल है।
नई दिल्ली: पाकिस्तान में व्यक्ति बिल्कुल सुरक्षित नहीं है, बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में महिलाओं पर किस तरह के अत्याचार होते हैं इसके आए दिन उदाहरण सामने आते रहते हैं। इसी बीच पाकिस्तान से एक युवती भागकर अमेरिका पहुंच गई है।
खबर है कि उसे पाकिस्तानी अधिकारियों ने छुपकर जीने पर मजबूर कर दिया था। वह अगस्त में भागकर अमेरिका पहुंच गई और उसने अमेरिका से राजनीतिक शरण की मांग की है। इस युवती का नाम गुलालाई इस्माइल है।
यह भी पढ़ें. महिलाओं के ये अंग! मर्दो को कर देते हैं मदहोश, क्या आप जानते हैं
बता दें कि गुलालाई इस्माइल को पाकिस्तानी अधिकारियों ने इसलिए निशाने पर लिया है क्योंकि उन्होंने देश की सेना द्वारा किए गए अत्याचारों को उजागर किया था। उनपर पाकिस्तान ने राजद्रोह का आरोप लगाया गया था जिसके बाद वह भागकर अमेरिका आ गईं।
यह भी पढ़ें. झुमका गिरा रे…. सुलझेगी कड़ी या बन जायेगी पहेली?
रिपोर्ट के मुताबिक...
रिपोर्ट के अनुसार गुलालाई इस्माइल वर्तमान में अपनी बहन के साथ ब्रूकलिन में रह रही हैं। खास बात यह है कि उन्होंने अभी तक यह नहीं बताया है कि वह कैसे पाकिस्तान से भागकर आईं हैं
इसके साथ ही उनका कहना है कि उन्होंने किसी भी हवाई अड्डे से उड़ान नहीं भरी है।
गुलालाई इस्माइल ने कहा...
यह भी पढ़ें. लड़की का प्यार! सुधरना है तो लड़के फालो करें ये फार्मूला
गुलालाई इस्माइल ने कहा कहा कि मैं आपको इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दूंगी। मेरी देश से भागने की कहानी बहुत से लोगों की जान को खतरे में डाल सकती है। वहीं कोई भी राजनेता इस पर टिप्पणी करने से बच रहा है।
मिली अधिकारियों से...
न्यूयॉर्क में इस्माइल ने कुछ प्रमुख मानवाधिकार रक्षकों और कांग्रेस नेताओं के कर्मचारियों से मिलना शुरू कर दिया है।
इस मैटर में पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि गुलालाई इस्माइल के पीछे सुरक्षा अधिकारी थे लेकिन उसका पता नहीं लगाया जा सका।
यह भी पढ़ें. लड़की का प्यार! सुधरना है तो लड़के फालो करें ये फार्मूला
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गुलालाई इस्माइल ने पाकिस्तानी सेना द्वारा यौन शोषण की घटनाओं को उजागर करने की कोशिश की थी। देश की महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने की वजह से उनपर देशद्रोह का आरोप लगाया गया।
महिला कार्यकर्ताओं के एक समूह ने प्रधानमंत्री इमरान खान को पत्र लिखकर गुलालाई इस्माइल की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की थी। उन्होंने अपने ऊपर लगे देशद्रोह के मामले को गलत बताया है।
यह भी पढ़ें. होंठों की लाल लिपिस्टिक! लड़कियों के लिए है इतनी खास
गुलालाई इस्माइल ने पाकिस्तानी सेना द्वारा यौन शोषण की घटनाओं को उजागर करने की कोशिश की थी। देश की महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने की वजह से उनपर देशद्रोह का आरोप लगाया गया।
यह भी पढ़ें. असल मर्द हो या नहीं! ये 10 तरीके देंगे आपके सारे सवालों के सही जवाब
महिला कार्यकर्ताओं इमरान खान को पत्र लिखा...
महिला कार्यकर्ताओं के एक समूह ने प्रधानमंत्री इमरान खान को पत्र लिखकर गुलालाई इस्माइल की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की थी। उन्होंने अपने ऊपर लगे देशद्रोह के मामले को गलत बताया है।
न्यूयॉर्क के डेमोक्रेट सीनेटर चार्ल्स शूमर ने गुलालई के शरण देने वाले अनुरोध का समर्थन करते हुए कहा कि वह इसके लिए कुछ भी करेंगे।
ये साफ है कि उनका जीवन खतरे में पड़ जाएगा। पश्तून तहफ्फुज आंदोलन (पीटीएम) की कार्यकर्ता गुलालाई पर आतंकवाद निरोधी कानूनों के तहत देशद्रोह के आरोप लगाए गए हैं। 27 मई को राज्य विरोधी भाषण देने के मामले में इमरान सरकार ने उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया था।
यह भी पढ़ें. बेस्ट फ्रेंड बनेगी गर्लफ्रेंड! आज ही आजमाइये ये टिप्स
मानवाधिकारों की आलोचक...
कई सालों से इस्माइल मानवाधिकारों के हनन की मुखर आलोचक रही हैं, खासकर महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ होने वाले शोषण। खैबर पख्तूनख्वा की रहने वाली इस्माइल ने 16 साल की उम्र में युवा लड़कियों की पढ़ाई और उनके अधिकारों के लिए एक एनजीओ शुरू किया था।
2013 में उन्होंने 100 महिलाओं की एक टीम बनाई थी जो घरेलू हिंसा और बाल विवाह जैसे मुद्दों पर काम करे। अपने काम के लिए उन्हें कई अवॉर्ड मिले हैं।
यह भी पढ़ें: लड़कियों को पसंद ये! बताती नहीं पर हमेशा ही खोजती हैं ये चीजें